29.74 करोड़ से होगी 104 पुल-पुलियों की मरम्मत
विशाल गोयल हापुड़ मियाद पूरी कर चुके रजवाहों और माइनरों पर बिट्रिश काल में बने जर्जर
विशाल गोयल, हापुड़
मियाद पूरी कर चुके रजवाहों और माइनरों पर बिट्रिश काल में बने जर्जर पुलों की सूरत बदलने वाली है। सिचाई विभाग की अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर द्वारा शासन को भेजे गए 29.74 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को शासन ने मंजूरी दे दी है। कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से कार्यों का उद्घाटन करेंगे। इससे डिवीजन क्षेत्र में आने वाले जनपद मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर में 104 पुल-पुलियों पर कार्य कराया जाएगा।
सिचाई विभाग की अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर का क्षेत्रफल जनपद मुजफ्फरनगर, मेरठ हापुड़ और बुलंदशहर में आता है। डिवीजन क्षेत्र में 325.04 किलो मीटर लंबे रजवाहे हैं। जबकि 585 किलो मीटर लंबे माइनर हैं। रजवाहों और माइनरों से डिवीजन क्षेत्र में एक लाख 16 हजार एकड़ भूमि सिचित होती है। चारों जनपदों में रजवाहों और माइनरों पर बने 104 पुल ऐसे हैं, जिनकी मियाद पूरी हो चुकी है। बावजूद इसके उन पर आवाजाही बदस्तूर जारी है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय ग्रामीणों का वहां से गुजरना मजबूरी है। समय-समय पर स्थानीय लोग जर्जर पुलों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रदर्शन करते रहते हैं। किसानों की समस्याओं को देखते हुए सिचाई विभाग के अफसरों ने सुध ली। विभाग ने ऐसे पुल-पुलियों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा, जिसमें आठ पुलों का नए सिरे से निर्माण कराया जाएगा, जबकि 96 पुलों की बड़े स्तर पर मरम्मत कराई जाएगी। ब्रिटिश काल से बने हुए हैं अधिकतर पुल
सिचाई विभाग का इतिहास बताता है कि अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर का निर्माण 1848 में हुआ था। ब्रिटिश काल में गंगनहर पर बने पुलों का निर्माण 1850 में हुआ था। गंग नहर शाखा में मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर व हापुड़ जनपद के हिस्से आते हैं। हापुड़ जिले में केवल इस खंड का क्षेत्र गढ़मुक्तेश्वर तहसील में है। गढ़मुक्तेश्वर में एक उप राजस्व अधिकारी कार्यालय है। हापुड़ में एक उपखंड कार्यालय तृतीय स्थापित है। बुलंदशहर में एक एसडीओ कार्यालय है। अनूपशहर शाखा खंड गंगनहर का क्षेत्र एक नजर में
जनपद सिचित भूमि रजवाहे माइनर राजस्व
मुजफ्फरनगर 6959 38.82 11.92 112.56
मेरठ 43503 156.92 465.02 435.03
हापुड़ 22033 77.44 65.20 167.91
बुलंदशहर 27521 51.86 51.86 157.41
कुल योग 100016 325.04 585 872.91 नोट- सिचित भूमि एकड़ में, रजवाहे व माइनर किलोमीटर में और राजस्व लाखों में है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जर्जर हो चुके पुराने पुलों की मरम्मत और निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव भेजे थे। डिवीजन क्षेत्र में 104 पुलों को चिह्नित किया था। इनमें आठ नए पुल, 15 रजवाहों पर 57 पुल और 62 माइनरों पर 39 पुलों की मरम्मत की जाएगी। इन पर 29 करोड़ 74 लाख 91 हजार रुपये का खर्च होगा। इस प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी दे दी है। 21 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इन कार्यों का उद्घाटन किया जाएगा। जिले के अधिकारी कलक्ट्रेट स्थित एनआइसी में मौजूद रहेंगे। -शेर सिंह, अधिशासी अभियंता, खंड गंग नहर अनूपशहर