जिले में 102 स्ट्रीट वेंडरों को ऋण मिलने का रास्ता साफ
लॉकडाउन के दौरान प्रभावित हुए शहरी क्षेत्र के पथ विक्रेताओं के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंड
लॉकडाउन के दौरान प्रभावित हुए शहरी क्षेत्र के पथ विक्रेताओं के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना वरदान बनने जा रही है। नगर पालिका व नगर पंचायतों में अब तक चिह्नित 4215 स्ट्रीट वेंडरों में से 102 को ऋण मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इनका सत्यापन कराने के बाद परियोजना अधिकारी डूडा ने बैंकों को लाभार्थियों की लिस्ट जारी कर दी है। जल्द ही इन्हें ऋण मिल जाएगा।
कोरोना से निपटने के लिए हुए लॉकडाउन का खामियाजा सबसे अधिक पटरी पथ विक्रेताओं को भोगना पड़ा था। कई महीने तक काम-धंधा बंद होने के कारण वे आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। पथ विक्रेताओं को अपना रोजगार खड़ा करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि से मदद करने की घोषणा की थी। इसके तहत इच्छुक वेंडरों को 10-10 हजार रुपये का ऋण स्वरोजगार के लिए दिया जाना है। परियोजना अधिकारी डूडा योगराज सिंह गौतम ने बताया कि जिले की तीन नगर पालिका और एक नगर पंचायत में 4215 स्ट्रीट वेंडर पंजीकृत हैं, जिनमें से 447 वेंडरों ने आवेदन किया। इनमें से जांच 102 आवेदकों की फाइल सत्यापन के बाद बैंकों को भेज दी है। जल्द ही बैंक द्वारा उन्हें ऋण मिल जाएगा, जिससे स्ट्रीट वेंडर अपनी आजीविका चला सकें।