हमीरपुर विधानसभा उपचुनाव : बारिश के बीच 48.10% मतदान, पिछली बार के मुकाबले 15% कम वोटिंग
सोमवार को बारिश के बीच ही लोग घरों से निकले और वोट डाला। सुबह सात बजे से ही शुरू बारिश के बीच कुछ लोग छतरी के सहारे तो कुछ भीगते हुए मतदान केंद्रों तक पहुंचे।
हमीरपुर, जेएनएन। सदर विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को वोटों और बारिश के बीच जंग में लोकतंत्र की जीत हुई। शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न चुनाव में 48.10 फीसद लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान में 15 फीसद की गिरावट हुई। वहीं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीआइजी और डीएम समेत अन्य अधिकारी लाव लश्कर के साथ बूथों का निरीक्षण करते रहे।
सोमवार को बारिश के बीच ही लोग घरों से निकले और वोट डाला। सुबह सात बजे से ही शुरू बारिश के बीच कुछ लोग छतरी के सहारे तो कुछ भीगते हुए मतदान केंद्रों तक पहुंचे। अधिकांश बूथों पर समय से मतदान शुरू हो गया। इक्का-दुक्का बूथों पर ईवीएम में तकनीकी खराबी के कारण प्रक्रिया देरी से शुरू हुई। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश और पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा बूथों का निरीक्षण करते रहे। कई स्थानों जलभराव, कीचड़ और फिसलन को प्रशासन ने तुरंत दुरुस्त कराया। दोपहर तीन बजे तक 33 प्रतिशत मतदान हो चुका था। इसके बाद बारिश थमी तो बूथों पर मतदाताओं की कतारें नजर आने लगीं। चित्रकूट धाम मंडल के डीआइजी दीपक कुमार भी निरीक्षण करने पहुंचे।
भाजपा विधायक रहे अशोक सिंह चंदेल के आजीवन कारावास में जेल जाने के बाद खाली हमीरपुर विधानसभा सदर उप चुनाव में सोमवार की सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया। यहां मतदान के नतीजे 27 सितंबर को आ जाएंगे। मतदान की शुरुआत में बारिश और ईवीएम की खराबी ने रफ्तार थामने की कोशिश की लेकिन बाद में मतदाता बूथों पर पहुंचे। पहले दो घंटे में 9 बजे तक 5.60 फीसद मतदान हुआ, वहीं 11 बजे तक यह 13.63 फीसद और एक बजे तक 22.9 फीसद वोट पड़ चुके थे। तीन बजे तक सभी बूथों पर कुल 32.95 फीसद मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक 42.05 फीसद वोट डाले गए। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार कुल 48.10 फीसद मतदान हुआ, जबकि पिछली बार यहां 63.53 फीसद वोट पड़े थे। बाढग़्रस्त क्षेत्र में प्रशासन ने मतदाताओं को बूथों तक लाने के लिए नाव व बस के इंतजाम किए थे।
सोमवार सुबह पांच बजे से हो रही बारिश ने मतदाता की राह में रोड़े डालने का काम शुरू कर दिया। सुबह सात बजे शुरू हुए मतदान के बाद नौ बजे तक महज 5.60 फीसद वोट पड़े सके। बूथों पर सन्नाटा नजर आया। इसके अलावा कम मतदान के लिए बाढ़ भी कारण बन रही है। वहीं, शुरुआत दौर में 14 बूथों की ईवीएम में खराबी के चलते बदला गया। इसके अलावा अलग बूथों पर छह कंट्रोल यूनिट, 8 वीवी पैड भी बदले गए। इसके चलते इन केंद्रों में मतदान देरी से शुरू हो सका। फिलहाल 11 बजे तक 13.63 फीसद मतदान हो चुका था, अब एक बजे तक 22.9 फीसद वोटिंग होने से रफ्तार कुछ बढ़ती नजर आ रही है। बूथों पर पहुंची युवतियां भी सेल्फी लेकर लोकतंत्र में भागीदारी को कैमरे में कैद करती नजर आईं।
बाढ़ की चपेट में आए बूथ में पानी उतरने से दलदल सी स्थिति में वोटर जाने से कतराते नजर आए। बारिश थमने के बाद वोटिंग की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है। बूथों पर कुछ अंतराल में एक-दो मतदाता पहुंच रहे हैं। मुख्यालय के एक केंद्र पर ईवीएम में खराबी के कारण आधा घंटा देरी से मतदान शुरू हो सका, जबकि चार गांवों में ग्रामीणों ने विकास कार्यों की मांग करते हुए मतदान का बहिष्कार कर दिया।
हमीरपुर सदर सीट भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल को हत्या के मामले में आजीवन कारावास के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद होने के बाद रिक्त हुई सीट के इस उपचुनाव में कुल 9 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें भाजपा के युवराज सिंह, कांग्रेस के हर दीपक निषाद, सपा के मनोज कुमार प्रजापति, बसपा के नौशाद अली और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के आलम मंसूरी मुख्य हैं। इस उपचुनाव के लिए कुल 257 मतदान केंद्र और 476 मतदान स्थल बनाए गए हैं। यहां के मतदान में 4,01,497 मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें दो लाख 19 हजार 798 पुरुष व एक लाख 81 हजार 340 महिलाएं व दस अन्य हैं।
प्रशासन ने मतदान की तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए 257 मतदान केंद्र व 476 मतदान स्थल बनाए गए हैं। मतदान कराने के लिए 2086 मतदानकर्मी लगाए गए हैं। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था के लिए 17 कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स (सीपीएमएफ) के जवानों ने बूथों पर डेरा जमा लिया है। मतदान के लिए 572 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन तथा 619 वीवीपैट मशीनें लगाई गई हैं। मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए एक सामान्य प्रेक्षक, एक व्यय प्रेक्षक, 36 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 4 जोनल मजिस्ट्रेट और 35 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात हैं।
बूथ ऐप को लेकर अतिरिक्त व्यवस्था
इसके साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किए गए बूथ ऐप को लेकर पांच बूथों पर अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
बाढ़ क्षेत्रों में नाव व स्टीमर
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मतदान प्रभावित न हो, इसके लिए वहां नाव और स्टीमर की व्यवस्था की गई है।
मतदान में बारिश बनी बाधक
सोमवार सुबह से बारिश के साथ मतदान भी शुरू हो गया। एक घंटे बाद बूथों पर कुछ भीड़ नजर आई पर बारिश बाधक बनी रही। कहीं रास्ता खराब तो कही ईवीएम खराब होने के कारण मतदान में देरी हुई। मुख्यालय के आर्य समाज मंदिर बूथ में ईवीएम में खराबी से मतदान करीब आधा घंटे देरी से शुरू हो सका। कुरारा के लहरा, ककरऊ, गुजैरा व करियापुर में सड़क खराब होने पर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। हालांकि, अधिकारी उन्हें मनाने में जुटे हैं। सुमेरपुर व मौदहा में भी मतदान की धीमी गति से शुरुआत हुई है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने सुबह साढ़े आठ बजे विद्या मंदिर बूथ पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
चुनावी मैदान में प्रत्याशी
- भाजपा - युवराज सिंह
- कांग्रेस - हरदीपक निषाद
- सपा - मनोज कुमार प्रजापति
- बसपा - नौशाद अली
- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया - जमाल आलम मंसूरी
- जन अधिकार पार्टी - राजा भइया
- राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी - सुखपाल सिंह पाल
- प्रगतिशील समाज पाटी - सुरेश कुमार वर्मा
- भारतीय शक्ति चेतना पार्टी - हनुमान मिश्रा।