विकास भवन.. इतना सन्नाटा क्यों है भाई
विकास भवन में मनमानी कार्यालय से नदारद रहते
कॉमन इंट्रो
- रोजाना सुनाई पड़ता था कि विकास भवन में सन्नाटा छाया रहता है। कुछ ही अधिकारी अपनी सफेद तौलिए से ढकी नरम कुर्सी पर बैठते हैं। गुरुवार को जागरण टीम वहां पहुंची तो यही सच निकला। कुछ अफसरों को छोड़कर सभी के दफ्तर खाली मिले। परियोजना निदेशक के दफ्तर में अंधेरा पड़ा था, मानों रात के आठ बजे हों। वहीं पहुंचे फरियादी आइपी बाजेपी ने बताया कि दो दिनों से आ रहा हूं लेकिन इतना ही सन्नाटा रहता है। अफसरों के न होने पर कर्मचारी भी सही उत्तर न देकर मनमानी करते हैं। प्रदेश सरकार का फरमान यह अफसर ठेंगे पर लिए हैं।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : विकास भवन स्थित मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. ईश्वीरनारायण सिंह के कार्यालय जब जागरण टीम सुबह पौने ग्यारह बजे पहुंची तो देखा कि उनकी कुर्सी खाली पड़ी थी। यही हाल जिला समाज कल्याण अधिकारी जागेश्वर सिंह के कार्यालय का भी था। इतना ही नहीं परियोजना निदेशक का कार्यालय भी निरीक्षण में खाली व कक्ष में अंधेरा मिला। जब फोटो लेनी चाही तो कर्मी ने तत्काल लाइट खोल दी और साहब के मीटिग में जाने की बात कही। टीम के पहुंचते ही विकास भवन में हड़कंप मच गया और कुछ कर्मी अपनी कुर्सियों में बैठकर कामकाज करने लगे। यह अधिकारी रियल्टी चेक में मिले उपस्थित
दैनिक जागरण टीम के रियल्टी चेक में जिला पंचायत राज अधिकारी राजेंद्र प्रकाश दोपहर करीब साढ़े 11 बजे अपने कार्यालय में कामकाज निपटाते नजर आए। इसी तरह से जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी अभय सागर भी अपने कार्यालय में उपस्थित मिले, जो अपनी सरकारी फाइलों को तैयार करने में जुटे थे। इस बाबत सीडीओ आरके सिंह ने बताया कि जो अधिकारी अनुपस्थित मिले, वह सभी सरकारी काम से गए हैं।