प्रधानों ने लगाया प्रशासन पर उत्पीड़न करने का आरोप
प्रधानों ने बैठक कर लगाया प्रशासन के ऊपर उत्पीड़न का आरोप अन्ना जानवरों की समस्या का समाधान न होने पर प्रधान दे सकते हैं सामूहिक इस्तीफा
संवाद सहयोगी, राठ : अन्ना मवेशियों के प्रबंधन को लेकर प्रशासन द्वारा प्रधानों पर डाले जा रहे दबाव को लेकर प्रधानों में आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को समस्या के निदान को लेकर राठ ब्लाक के प्रधानों ने बैठक की। बैठक की अध्यक्षता प्रधान संघ के अध्यक्ष रामस्वरूप लोधी बरदा ने की। बैठक के बाद प्रधान नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंचे जहां उन्होने तहसीलदार को आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा।
अन्ना जानवरों की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक गोशाला बनाने का निर्देश दिया था। ग्राम प्रधानों ने गोशाला बनाकर उसमें अन्ना जानवर बंद कर दिए थे। परंतु अब प्रधानों के सामने गौशाला में कार्य करने वाले मजूदरों के भुगतान और भूसे को लेकर समस्या आ खड़ी हुई है। प्रशासन द्वारा प्रधानों के ऊपर जबरन अन्ना जानवरों की व्यवस्था कराने के निर्देशों को लेकर प्रधान परेशान हो उठे हैं। सोमवार को ब्लाक सभागार में प्रधानों ने बैठक की। बैठक में अधिकांश प्रधानों ने प्रशासन के ऊपर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। प्रधानों का कहना था कि करीब गोशाला में चार चरवाहे, दो चौकीदार लगे हुए हैं। जिनका आज तक मानदेय नहीं मिला है। प्रधान अपनी जेब से भुगतान कर रहे हैं। कुछ प्रधानों ने प्रशासन से राज्य वित्त और 14वें वित्त से गोशाला का भुगतान कराने की बात कही। उत्पीड़न को लेकर प्रधानों ने एक स्वर में सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की बात कही। कहा कि यदि प्रशासन ने उत्पीड़न बंद नहीं किया तो प्रधान यह कदम उठा सकते हैं। प्रधान संघ के मंत्री देवेंद्र राजपूत गल्हिया ने कहा कि प्रशासन के अधिकारी दबाव बनाकर कार्य करवा रहे हैं। प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष आनंद अशोक सचान ने कहा कि प्रशासन का रवैया प्रधानों के प्रति ठीक नहीं है। अधिकारी गोवंश के नाम पर प्रधानों का उत्पीड़न कर रहे हैं। बैठक के बाद सभी प्रधान ब्लाक गेट से नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंच तहसीलदार को आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर प्रधान गिरजारानी, सिद्धगोपाल, शोभा देवी, रामशरण सिंह, गंगाचरन, रामस्वरूप, करन सिंह, मानसिंह, महिपाल सिंह, तुलसीदास, हीरादेवी, जयंती, कुसुमारानी, निशा सिंह, जुझार रानी, राजेन्द्र कुमार, चंद्रप्रकाश राजपूत आदि मौजूद रहे।