Move to Jagran APP

विवाद की आंच बढ़ी, बुझ गया मिडडे मील का चूल्हा

व प्रधानाध्यापकों के विवाद ने छीना मासूमों का निवाला

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 11:24 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 11:24 PM (IST)
विवाद की आंच बढ़ी, बुझ गया मिडडे मील का चूल्हा
विवाद की आंच बढ़ी, बुझ गया मिडडे मील का चूल्हा

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मौदहा में खैर गांव का प्राथमिक विद्यालय बक्छा। दोपहर में मध्याह्न भोजन का समय होने वाला है। इसके बावजूद खाना पकने की खुशबू फिजा से गायब है। वजह, इसकी कोई तैयारी ही नहीं है। महीनों से मिडडे मील का चूल्हा ठंडा पड़ा है। प्राथमिक विद्यालय क्योटरा में भी यही हाल है। नौ माह से मिडडे मील की धनराशि ही खाते से नहीं निकल पाई है। करहिया गांव के कन्या प्राथमिक विद्यालय और गोहांड ब्लाक में चंदवारी ग्राम पंचायत के घुरौली स्थित प्राथमिक विद्यालय में भी हालात यही हैं। हर जगह की एक ही कहानी है कि प्रधान और प्रधानाध्यापक के बीच भुगतान पर विवाद की आंच सुलग रही। इसके आगे मिडडे मील के चूल्हे की बुझ रही आंच की परवाह किसी को नहीं है, न बच्चों के निवाले की। विवाद पर अधिकारी भी निष्क्रिय हैं, पत्राचार से आगे बढ़कर कोई हलचल नहीं है।

loksabha election banner

मौदहा के करहिया गांव स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय में जुलाई तक एमडीएम की धनराशि खाते में पड़ी है। प्रधान धनराशि निकालने के लिए चेक में हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं हैं। वह ताव खा रहे। मिडडे मील ठप पड़ने से बच्चे घर से खाना लाकर निवाला खा रहे हैं। ग्राम प्रधान, प्रधानाध्यापक पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं। प्रधानाध्यापक प्रधान पर रुपये मांगने का आरोप लगा योजना चलाने से मना कर रहे हैं। यह भी कह रहे कि वह पूर्व में अपने खर्च से ही योजना बहुत संचालित कर चुके, अब और पैसा नहीं फंसा सकते। इसी परिसर में चलने वाले जूनियर विद्यालय में योजना चल रही है।

चंदवारी ग्राम पंचायत के मजरा घुरौली स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व प्रधान के बीच भी विवाद चल रहा है। करीब दो वर्ष पूर्व प्रधान ने चेकों पर हस्ताक्षर से मना किया। प्रधानाध्यापक ने योजना को संचालित करने की जिद ठान ली। अब तक वह अपने स्वयं के खर्च से चला रहे हैं। कई बार अधिकारियों की पहल के बाद भी प्रधान अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

----

कमीशनबाजी को लेकर होता है विवाद

ग्रामीणों के अनुसार ऐसे विवाद कमीशन को लेकर होते हैं। योजना का खाता ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर से संचालित होता है। जिसे कमीशन में कमी पड़ी, वही अवरोध पैदा करने लगता है।

----

इस संबंध में डीपीआरओ को पत्र भेजा जा चुका है। जिलाधिकारी व सीडीओ को अवगत करा विद्यालयों में मिडडे मील संचालित कराया जाएगा।

-सतीश कुमार, बीएसए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.