एकमात्र जन औषधीय केंद्र में त्वचा व पेट संबंधी रोगों की दवा नहीं
जागरण संवाददाता हमीरपुर सदर अस्पताल में संचालित जिले के एकमात्र जन औषधीय केंद्र में त्वचा व
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : सदर अस्पताल में संचालित जिले के एकमात्र जन औषधीय केंद्र में त्वचा व पेट संबंधी दवाओं के साथ अन्य बीमारियों की दवाएं नदारद है। केंद्र में मौजूद 350 दवाओं की सूची में करीब 100 दवाएं नहीं है। मरीजों को बाहर से दवा लेना मजबूरी है। रोजाना केंद्र में करीब 250 से 300 पर्चे आते हैं।
जन औषधीय केंद्र में पेट संबंधी बीमारी की दवा खरीदने को खड़े मुख्यालय निवासी भोलानाथ प्रजापति से दवा नहीं मिलने पर पूछा गया तो उनका कहना था कि मां को पेट संबंधी दिक्कत है। उन्होंने फिजीशियन डॉ. आरएस प्रजापति को दिखाया। पर्चा लेकर दवा केंद्र पर पहुंचे तो पता चला कि दवा ही नहीं है।
केंद्र पर ही मौजूद सोनम ने कहा कि त्वचा संबंधी परेशानी है, डाक्टर को दिखाकर यहां आई तो फार्मासिस्ट कह रहे कि दवा नहीं है। अब उन्हें बाहर से दवा लेनी पड़ेगी। फार्मासिस्ट सुदीप कुमार ने कहा कि मार्च में बंदी होने के कारण दवा आपूर्ति करने वाली कंपनी बीबीआइपी दवाएं नहीं दे रही। डिमांड लगी है गुरुवार से दवाएं आने लगेगी। इसके अलावा यहां कई रोगों के विशेषज्ञ न होने के कारण वह सभी बीमारियों की दवा नहीं रखते। उन्हें मरीजों की डिमांड पर मंगा लेते है। उनके यहां 25 हजार रुपये की दवा एक्सपायर हो चुकी हैं। रुटीन वाली दवा की कमी नही है। सूची में शामिल 350 दवाओं में से 250 प्रकार की दवाएं उपलब्ध है।
आठ माह में बढ़ी छह गुना कीमत
दवा केंद्र में मौजूद मुख्यालय निवासी राकेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि उन्हें अस्थमा की शिकायत है। जिसके कारण वह प्रतिदिन शाम को एक एलर्जी की गोली खाते है। सस्ती होने के चलते वह वह दवा जन औषधीय केंद्र से खरीदते है। बताया कि आठ माह पूर्व पांच रुपये में एलर्जी की दस टेबलेट मिलती थी। लेकिन मौजूदा में 29 रुपये में मिल रही है।