सद्मार्गो पर चलने से ही मुक्ति संभव
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : कस्बे के इमिलिया थोक में डुड़िया बाबा स्थान पर आयोजित श्रीमद्
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : कस्बे के इमिलिया थोक में डुड़िया बाबा स्थान पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। कलश पूजन के बाद कथा व्यास प्रदीप जी महाराज ने कहा कि पुत्र कहलाने का वही अधिकारी है। जो पूरे संस्कार निभाकर पिता को मोक्ष प्रदान करने में सहायक हो।
इस दौरान उन्होंने नीमसार का वर्णन करते हुए कहा कि नीमसार से भगवान के चक्र की नेमिगिरी थी। यहां भगवान वटवृक्ष के नीचे प्रवास भी किया था। इससे यह स्थान दुनिया का सबसे पवित्र स्थान है। इस वटवृक्ष के नीचे साधना करने से परम सुख की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि भागवत पुराण के 12वें स्तंभ में लिखा है कि घोर कलियुग का आगाज होगा। इस दौरान मनुष्य का उत्थान सद्मार्गो पर चलने से ही होगा। इसलिए सभी को भागवत कथा का श्रवण जरूर करना चाहिए। सांसारिक अमृत वहां नहीं पहुंच सकता। जहां भागवत कथा का अमृत पहुंच सकता है। जीव के आवागमन से मुक्ति का मार्ग भागवत कथा से ही मिलता है। कथा के आयोजक पूर्व सैनिक चंद्रभान यादव, अमित यादव, रामगोपाल, जयराम, शिवनायक ¨सह, राम¨सह यादव, पूर्व सभासद अरुण यादव सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।