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राजा का शव देख मां हुई बेहोश, मचा कोहराम

राठ पुलिस जीप की टक्कर से किशोर की हुई मौत के बाद शनिवार देर रात कस्बे में बवाल हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Apr 2019 11:22 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2019 06:24 AM (IST)
राजा का शव देख मां हुई बेहोश, मचा कोहराम
राजा का शव देख मां हुई बेहोश, मचा कोहराम

संवाद सहयोगी, राठ : पुलिस जीप की टक्कर से किशोर की हुई मौत के बाद शनिवार देर रात कस्बे में बवाल हुआ। किशोर की मौत से गुस्साए परिजनों ने कोतवाली गेट पर जाम लगा दिया। पुलिस ने महिलाओं, राहगीर और दुकानदारों पर लाठियां चलाई। जिससे डेढ़ घंटे बाद जाम खुल सका। रविवार दोपहर बाद पुलिस सुरक्षा में पोस्टमार्टम के बाद घर आए राजा के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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कस्बे के डुमरियापुरा मोहल्ला के रामू अहिरवार का 11 वर्षीय पुत्र राजा कस्बे के प्राइमरी स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। वह शनिवार शाम मोहल्ले की सड़क पार कर रहा था। तभी मझगवां थाने में तैनात दारोगा शिवम पांडेय जीप से आए और राजा को टक्कर मार दी। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। परिजन उसे लेकर सरकारी अस्पताल लाए लेकिन हालत नाजुक होने पर डाक्टरों ने उसे झांसी रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। राजा की मौत के बाद परिजनों में उबाल आ गया और शनिवार रात साढ़े नौ बजे रानी गेट पड़ाव पर जाम लगा दिया। आधा घंटे बाद भीड़ कोतवाली पहुंची और अंदर घुसने का प्रयास किया। कोतवाली गेट पर आधा घंटे खड़े रहने के बाद जब कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो लोगों का धैर्य टूट गया। भीड़ पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगी। इसी दौरान पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया। लेकिन भीड़ नहीं मानी तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस पर भीड़ ने भी पत्थर चलाए। इसी बीच आरएएफ आ गई और भीड़ को खदेड़ते हुए लाठियां चला दी। रेलवे की पुलिस फोर्स ने राहगीरों, दुकानदारों और मीडिया कर्मियों को बड़ी बेरहमी से पिटाई कर दी। डेढ़ घंटे तक चले पथराव और लाठीचार्ज के बाद भीड़ बिखर गई और जाम खुल गया। इंस्पेक्टर मनोज शुक्ला ने बताया कि दारोगा शिवम पांडेय के खिलाफ लापरवाही से जीप चलाकर दुघर्टना करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। रविवार दोपहर बाद मझगवां थानाध्यक्ष अखिलेश यादव की निगरानी में झांसी में हुए पोस्टमार्टम के बाद राजा का शव घर पहुंचा तो महिलाएं दहाड़े मारकर रोने लगी। मां गुड्डो बार बार रोने के बाद बेहोश हो रही थी।

इकलौते पुत्र की मौत पर परिजनों में आया उबाल : रामू अहिरवार अपनी पत्नी गुड्डो और बड़े पुत्र राजा तथा पुत्रियां सोना, मोहनी और डोली के साथ रहता है। वह कस्बे में मेहनत मजदूरी कर परिवार को पालता है। रामू ने बताया कि इकलौते पुत्र राजा कक्षा दो में पढ़ता था। घर का इकलौता चिराग बुझने पर परिजनों में खासा उबाल आ गया।


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