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छिपे प्रवासियों की जानकारी में आड़े आ रही वोट की राजनीति

वासियों की जानकारी में आड़े आ रही वोट की राजनीतिवासियों की जानकारी में आड़े आ रही वोट की

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 05:38 PM (IST)
छिपे प्रवासियों की जानकारी में आड़े आ रही वोट की राजनीति
छिपे प्रवासियों की जानकारी में आड़े आ रही वोट की राजनीति

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : विभिन्न माध्यमों से गांव घर पहुंचने वाले कई प्रवासी बिना जांच कराए रह रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना है। हालांकि कुछ ग्रामीण तो इनसे दूरी बना रहे हैं, लेकिन प्रवासी कोरोना की गंभीरता को दर किनार कर मनमर्जी करने में लगे हैं। वहीं, ग्रामीण इसकी सूचना गांव के प्रधान, पूर्व प्रधान, सदस्यों को भी दे रहे हैं। इसके बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इसके पीछे का कारण भविष्य में होने वाले पंचायत चुनावों को माना जा रहा है। गांव के रसूखदार प्रवासियों से मनमुटाव मोल नहीं लेना चाहते। उन्हें बड़ी संख्या में गांव लौटे प्रवासियों का वोट बैंक खिसकने का भय सता रहा है। इससे प्रवासी बिना जांच गांव में होम क्वारंटाइन रहने के बजाय घूम फिरकर मौज काट रहे हैं। ऐसी ही गलती के चलते सुमेरपुर क्षेत्र के सिमनौड़ी गांव में एक प्रवासी कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके संपर्क में आए दो और लोगों के संक्रमित होने की रिपोर्ट आई है। अब देखना यह है कि इनके संपर्क में आए गांव के कितने लोग इस संक्रमण से सुरक्षित है। प्रधानों को नहीं भा रहा निगरानी समिति का पद

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प्रशासन ने प्रवासियों के चिन्हांकन को गांव स्तर पर निगरानी समिति गठित की गई है। इसमें प्रधान को अध्यक्ष बनाया गया है। साथ ही इनकी जिम्मेदारियां तय कर कमी पाने पर दंडित करने का भी प्राविधान रखा गया है। ऐसे में ग्राम प्रधान ऊहापोह की स्थिति में है और उन्हें सौंपी गई यह जिम्मेदारी बिल्कुल नहीं भा रही।


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