एंबुलेंस न आने पर पांच किमी तक कंधे पर लाए मरीज
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : उत्तर प्रदेश सरकार लोगों को हर सहूलियत देने का दावा कर र
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : उत्तर प्रदेश सरकार लोगों को हर सहूलियत देने का दावा कर रही है। लेकिन कहीं न कहीं विभागीय हीलाहवाली के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही वाक्या शुक्रवार को विकासखंड सुमेरपुर के ग्राम सुरौली बुजुर्ग के मजरा बड़ा कछार में प्रकाश में आया। दलदल भरा रास्ता होने के कारण जब एंबुलेंस टीम ने वहां जाने से इंकार कर दिया तो बीमार बेटे के पिता व चाचा ने उसे कंधे में लादकर पांच किलोमीटर तक का सफर तय करते हुए बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया।
विकासखंड सुमेरपुर के सुरौली बुजुर्ग के मजरा बड़ा कछार निवासी दीपक (14) पुत्र इंद्रपाल निषाद की अचानक तबीयत खराब हो गई। तेज बुखार से तप रहे बेटे की हालत को देखकर पिता परेशान हो उठा और उसने तत्काल 108 एंबुलेंस को फोन किया। लेकिन बड़ा कछार का नाम सुनते ही टीम के लोगों ने वहां पर दलदल भरे रास्ते तथा पानी से लबालब इस मार्ग में आने से इंकार कर दिया। पुत्र की हालत बिगड़ती ही जा रही थी। जो कि पिता से न देखा गया और वह अपने भाई घनश्याम निषाद के साथ बुखार से तप रहे बेटे को पीठ में लादकर चल पड़ा। पिता व चाचा ने करीब पांच किलोमीटर इस दलदल भरे रास्ते गुजरकर पत्योरा पहुंचकर प्राइवेट साधन के जरिए बेटे को इलाज के लिए सदर लेकर आए। ग्रामीणों का कहना है कि करीब दस वर्षों से यही हाल है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की नजर इस समस्या पर नहीं पड़ रही है। जैसे ही बरसात का मौसम आता है वैसे ही यह समस्या आ जाती है। गर्भवती महिलाओं को भी बरसात के समय अस्पताल जाने व ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बाबत 108 एंबुलेंस सेवा के प्रभारी श्यामजी उपाध्याय ने बताया कि सड़क खराब होने के कारण वहां गाड़ी जाना असंभव है। पहले भी कई बार गाड़ी दलदल में फंस चुकी है।