नर्स सोती रही और नवजात बच्ची ने तोड़ दिया दम
संवाद सहयोगी, राठ : सरकारी अस्पताल में एक बार फिर स्टाफ नर्स की लापरवाही उजागर हुई।
संवाद सहयोगी, राठ : सरकारी अस्पताल में एक बार फिर स्टाफ नर्स की लापरवाही उजागर हुई। सुविधा शुल्क देने के बाद भी वह सो गई और नवजात की हालत बिगड़ने के बाद तड़पते हुए मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा। परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देते हुए स्टाफ नर्स पर कार्रवाई की मांग की है।
कोतवाली क्षेत्र के बड़ा गांव निवासी राजबहादुर पुत्र कालीचरन ने बताया कि उसके छोटे भाई कमलेश की पत्नी जयन्ती देवी को गुरुवार शाम आठ बजे सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया था। रात डेढ़ बजे के करीब जयंती ने बच्ची को जन्म दिया। आरोप लगाया कि प्रसव के बाद पांच सौ रुपये सुविधा शुल्क लेकर स्टाफ नर्स अपने कमरे का गेट बंद कर सो गई। प्रसव के कुछ देर बाद ही नवजात बच्ची की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों के मुताबिक जब उसकी हालत बिगड़ी तब कई बार स्टाफ नर्स को जगाने का प्रयास किया लेकिन वह सोती रही। इधर इलाज के अभाव में नवजात शिशु ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। मासूम की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। स्टाफ नर्स ने परिजनों को पुलिस की धमकी देते हुए अस्पताल से चले जाने को कहा। जिस पर कोतवाली पहुंचे। परिजनों ने स्टाफ नर्स के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। कोतवाली प्रभारी केदारनाथ ¨सह ने बताया कि तहरीर मिल गई है। जांच की जाएगी।
बोले जिम्मेदार
चिकित्सा प्रभारी डा. आरपी वर्मा ने बताया कि प्रसव के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ थी। नवजात को लेटे हुए दूध पिलाने से दूध फेफड़ों में जाने की आशंका है जिस कारण उसकी मौत हो गई।