स्कूलों में तालाबंद, शिक्षक सड़क पर और पढ़ाई ठप
वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : एक ओर जहां प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में जुटी हैं वहीं शिक्षक इसके विपरीत कार्य कर रहे हैं। मंगलवार को हुए धरना प्रदर्शन में पढ़ने आए बच्चे इधर-उधर घूमते दिखाई दिए। हड़ताल के कारण जिले के अधिकतर स्कूल बंद जैसी स्थिति में रहे। सुबह से शिक्षक हाजिरी लगाकर चले गए, जबकि बच्चे काफी देर बैठने के बाद मजबूरन घर लौट गए। कस्बे के स्कूल बंद तो मुख्यालय के स्कूल शिक्षा मित्रों के हवाले रहे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में जिलेभर के शिक्षकों ने मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय में धरना प्रदर्शन करने के बाद मुख्यालय की प्रमुख मार्गों में पैदल यात्रा निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर अतिरिक्त एसडीएम अशोक कुमार यादव को मुख्यमंत्री का संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए मांगे पूरी करने की आवाज उठाई। मंडलीय अध्यक्ष रणविजय सिंह गौर ने कहा कि शिक्षकों के साथ सरकार अच्छा नहीं कर रही है। इस मौके पर जिला संयोजक महेंद्र सिंह यादव, देवेंद्र सिंह चंदेल, प्रेमप्रताप सिंह, प्रतिभा, सुभद्रा, सुनीता, राकेश, मधु कुशवाहा, जयसिंह, पवन कुमार, आलोक सिंह, जीतेंद्र कुमार मौजूद रहे। गोहांड में ताला लगाकर प्रदर्शन
शिक्षकों ने कस्बे के श्रीगांधी इंटर कॉलेज गेट के बाहर खड़े होकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर शिक्षक जगपाल सिंह, फूल सिंह, जितेंद्र सिंह, सुनील, दीपचंद्र, रामशंकर, शिवगोपाल, कौशल अन्य शिक्षक मौजूद रहे। सरीला में पढ़ाई बंद कर नारेबाजी
बारह सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले प्राथमिक शिक्षकों ने अध्यापन कार्य बन्द कर धरना दिया। बीआर केन्द्र सरीला में संघ के ब्लाक अध्यक्ष रामऔतार प्रजापति व मंत्री लक्ष्मी प्रसाद अहिरवार ने कहा कि सरकार उनकी जायज मांगो को नहीं मान रही है। मौदहा में पढ़ाई नहीं केवल हो-हल्ला
रहमानिया इंटर कॉलेज व नेशनल इंटर कॉलेज समेत अन्य विद्यालयों के शिक्षण कर्मचारी व अध्यापक एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। तथा शिक्षण कार्य पूर्ण रूप से ठप रखा। नेशनल कॉलेज में सुनील गुप्ता, मुनेश कुमार, सुधाकरराव, अशोक कुमार, धीरेन्द्र कुमार समेत अन्य अध्यापक व रहमानियां इंटर कॉलेज में आरिफुल सिद्दीकी, मुशर्रफ कमाल, जब्बार अहमद मौजूद रहे। जिले में विद्यालयों की संख्या
146 इंटर कॉलेज - सरकारी व प्राइवेट
1173 परिषदीय विद्यालय यह रहीं प्रमुख मांगें
- पुरानी पेंशन की बहाली की मांग
- वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन
- समान सेवा शर्तें व सभी शिक्षकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा दिलाई जाए
- शिक्षकों का विनियमितीकरण किया जाए
- महिला शिक्षकों को विशिष्ट अवकाश दिया जाए
- धारा 21 को समाप्त किए जाने की मांग की।
स्कूलों में तालाबंदी कर प्रदर्शन करना नियम विरुद्ध है। यदि जिले में कही ऐसा हुआ है तो खंड शिक्षाधिकारी से जांच कराई जाएगी। धरने पर रहने वाले शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहे। यदि कोई कार्रवाई होगी तो शासन के निर्देश पर होगी।
- श्याम सरोज, जिला विद्यालय निरीक्षक