Move to Jagran APP

बसपा शासन में बनी काशीराम कालोनी आज भी पड़ी वीरान

संवाद सहयोगी राठ कस्बा स्थित काशीराम कॉलोनी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। बसपा श

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 05:04 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 06:17 PM (IST)
बसपा शासन में बनी काशीराम कालोनी आज भी पड़ी वीरान
बसपा शासन में बनी काशीराम कालोनी आज भी पड़ी वीरान

संवाद सहयोगी, राठ : कस्बा स्थित काशीराम कॉलोनी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। बसपा शासनकाल में स्यावरी गांव के पास बनी काशीराम कॉलोनी के आवासों का आवंटन कई साल पहले हो चुका था। लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी होने के चलते यहां रहने कोई नहीं पहुंचा और आज भी यह वीरान पड़ी है। सूने पड़े आवास में जुआरियों का अड्डा बन गए हैं।

loksabha election banner

स्यावरी गांव रोड पर बसपा शासन काल में कांशीराम कॉलोनी का निर्माण किया गया था। जिस उद्देश्य से कॉलोनी बनाई गई थी। वह मकसद एक दशक गुजरने के बाद भी पूरा नहीं हो सका। बसपा के बाद सपा का शासनकाल भी गुजर चुका है। लेकिन कॉलोनी में मूलभूत समस्याएं आज भी बदस्तूर जारी है कुछ साल पहले 252 आवास आवंटन किए गए थे। लेकिन वहां पर बिजली पानी और सड़क जैसी सुविधाएं न होने के कारण कोई भी पात्र रहने नहीं पहुंचा। मुख्य रोड से कॉलोनी तक पक्की सड़क का निर्माण कराया गया था। लेकिन जब कॉलोनी बनकर तैयार हुई तब तक सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी और आज उसका हाल बहुत बुरा हो चुका है। कॉलोनी की सुरक्षा के लिए बनाई गई बाउंड्री वाल घटिया निर्माण सामग्री के कारण टूट चुकी है। कॉलोनी में बनी आवासों की खिड़कियों के फ्रेम और कांच के शीशे लगवाए गए लेकिन शीशे टूट गए। पानी के लिए मोटर जरूर लगवाई थी। लेकिन बिजली के अभाव में वह शो पीस बनकर रह गई। अब कॉलोनी खंडहर नुमा दिखाई देने लगी है। चारों और बड़े-बड़े झाड़ झांकड़ लगे हुए हैं। आवासों के दरवाजे टूट गए। कई आवास में अन्ना मवेशी ठहरने का इंतजाम हो गया है। बताया जाता है कि कॉलोनी में अब जुआरियों का अड्डा बना हुआ है। लाखों की लागत से वीरान पड़ी कॉलोनी खंडहर हो चुकी है। नगर पालिका ईओ केके मिश्रा ने बताया कि कॉलोनी आवंटन व व्यवस्था कराने का काम डूडा विभाग का है। नगर पालिका इस संबंध में कुछ नहीं कर सकती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.