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बुंदेलखंड में आ सकती है हरित क्रांति

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : कस्बे में प्रथम बुंदेलखंड कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के दूसरे दि

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 May 2018 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 07:35 PM (IST)
बुंदेलखंड में आ सकती है हरित क्रांति
बुंदेलखंड में आ सकती है हरित क्रांति

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : कस्बे में प्रथम बुंदेलखंड कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन क्षेत्र के 500 किसानों को सम्मानित किया गया। देशभर आये कृषि व पशु वैज्ञानिकों ने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर मेहनत और तकनीक का प्रयोग किया जाए तो बुंदेलखंड में हरित क्रांति लाई जा सकती है। क्षेत्र के उन्नतशील किसानों और कृषि विशेषज्ञों के बीच अनुबंध भी हुए।

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उन्नत बुंदेलखंड अभियान के तहत आयोजित दो दिवसीय बुंदेलखंड कृषीय नेतृत्व शिखर सम्मेलन में भाजपा जिलाध्यक्ष सन्तविलास शिवहरे ने कहा कि इस सम्मेलन से यहां के किसानों को लाभ मिलेगा। प्रगतिशील किसान राम सनेही साहू ने कहा कि पृथ्वी गीत जयति पृथ्वी जयति जननी जयति जीवन से हुई। हैदराबाद से पधारे वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक सतीश कुमार ने बुंदेलखंड क्षेत्र में बकरी पालन की अपार संभावनाओं की तरफ किसानों का ध्यानाकर्षण किया एवं उन्हें तरीके बताए। देवरिया जिले से आए कृषि विशेषज्ञ विनोद कुमार ¨सह बघेल ने गीता में वर्णित कृषि दर्शन को सबके समक्ष रखा। गुड़गांव से आए सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर एवं पशु चिकित्सक राजाराम यादव ने खेती में देसी गाय की महत्ता से किसानों को अवगत कराया। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस के मुख्य अतिथि डॉक्टर यूएस गौतम निदेशक कृषि तकनीकी अनुप्रयोग संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कानपुर जोन ने लोगों को बताया कि बुंदेलखंड में कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से जैविक खेती कोरिडोर बनाया जाएगा। जिससे कृषकों की आय दोगुनी करने का प्रयास किया जाएगा। बुंदेलखंड के सात जिलों को चयनित कर हम सर्वे शुरू कर रहे हैं। साथ ही सीड हब की स्थापना हर जिलों में कर रहे हैं।

हिसार कृषि विश्वविद्यालय हरियाणा से पधारे वैज्ञानिक डॉ जगबीर रावत एवं उनके कुछ अमेरिका से आए साथियों ने देसी गाय के गोबर और गोमूत्र का खेती में उचित प्रयोग और खेती में जैविक कार्बन की महत्ता पर किसानों को जानकारियां दीं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सुपर कंप्यूटर की तरह सुपर गाय की भी नस्ल विकसित करें। कृषि विज्ञान केंद्र कुरारा के प्रभारी मोहम्मद मुस्तफा, वैज्ञानिक कृषि प्रसार डॉ एसपी सोनकर, सेवानिवृत्त सहायक निदेशक मृदा परीक्षण डॉ एम हबीब खान एवं एवं जिला विज्ञान क्लब हमीरपुर के समन्वयक डॉक्टर जीके द्विवेदी ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी रही।

सम्मेलन के प्रेरणा स्त्रोत शिव शंकर ¨सह ने पधारे सभी विशेषज्ञों एवं उन्नत किसान बंधुओं का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया एवं आह्वान किया कि हम सब बुंदेलखंड को एक कृषि उन्नत क्षेत्र बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हो। कार्यक्रम का संचालन मातृभूमि सेवा मिशन के संयोजक डॉक्टर श्रीप्रकाश मिश्र ने किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ देव ¨सह एवं डॉ जितेंद्र ¨सह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी अतिथियों एवं साथियों का आभार व्यक्त किया।


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