पुलिस के डर से राजमिस्त्री के हत्यारोपित ने कानपुर देहात में किया सरेंडर
जासं हमीरपुर थाना ललपुरा के अछपुरा गांव में राजमिस्त्री की हत्या के आरोपितों की तलाश में
जासं, हमीरपुर : थाना ललपुरा के अछपुरा गांव में राजमिस्त्री की हत्या के आरोपितों की तलाश में जुटी जिले की पुलिस को निराशा हाथ लगी। घटना के एक आरोपित ग्राम प्रधान के हिस्ट्रीशीटर भाई ने कानपुर देहात के न्यायालय में सरेंडर कर दिया। वह मूसानगर क्षेत्र में गैंगस्टर के मामले में वांछित चल रहा था। हालांकि पुलिस ने मारपीट में दर्ज मुकदमें को हत्या की धारा में तरमीम कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
गुरुवार को ग्राम पंचायत बहदीना-अछपुरा के मजरा परसनी निवासी राजमिस्त्री 48 वर्षीय मुन्ना अछपुरा गांव निवासी गोलू चौबे का मकान बनाने गया था। तभी सुबह 10:30 बजे के करीब ग्राम प्रधान का भाई हिस्ट्रीशीटर राघवेंद्र सिंह उर्फ रग्घू, श्रीराम पाल दो साथियों के साथ वहां पहुंचे और गोलू के न मिलने पर मुन्ना पर हमला कर मरणासन्न कर दिया। जिसे गंभीर हालात में स्वजन कानपुर एलएलआर अस्पताल कानपुर ले गए। वहीं मुन्ना के बेटे की तहरीर पर ललपुरा थाने में मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया। शुक्रवार को मुन्ना की इलाज दौरान मौत हो गई। एसपी कमलेश दीक्षित ने गांव पहुंच स्वजन को ढांढस बंधाते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी को टीमें बनाई। जिसके बाद टीम हिस्ट्रीशीटर राघवेंद्र की तलाश में जुटी थी। तभी शनिवार को राघवेंद्र ने कानपुर देहात के न्यायालय में सरेंडर कर दिया। हत्या में दर्ज हुआ मामला
एएसपी अनूप कुमार ने बताया कि राघवेंद्र मूसानगर में गैंगस्टर के मामले में वांछित चल रहा था। जिले में पकड़े जाने के डर से उसने कानपुर देहात में सरेंडर कर दिया। कहा कि रिमांड में लेकर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि मारपीट में दर्ज मामले को हत्या में तरमीम करा दिया गया है। साथ ही अछपुरा प्रधान बउवा सिंह, धर्मेंद्र सिंह, सालिगराम पाल, हरीशंकर पाल, पुष्पेंद्र व दर्जी लड़के का नाम बढ़ाया गया है। जबकि राघवेंद्र उर्फ रग्घू व श्रीराम पाल के नाम पहले से थे।