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ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट से आए दिन बाधित रहती बिजली

जागरण संवाददाता हमीरपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर लाइनों के चलते हल्की बारिश व

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 06:48 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 06:48 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट से आए दिन बाधित रहती बिजली
ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट से आए दिन बाधित रहती बिजली

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर लाइनों के चलते हल्की बारिश व हवा में होने वाले फाल्ट से आए दिन बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी में रात दिन गुजारने पड़ते हैं। ऐसे में शासन के 24 व 18 घंटे बिजली आपूर्ति के दावे गलत साबित हो रहे हैं। जबकि जिले में पहले की तुलना में संसाधन बढ़े हैं।

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मौजूदा में जिले में 132 केवी के चार पावर हाउस सुमेरपुर, पतारा, राठ व सरीला में संचालित है। जबकि कुछ वर्ष पूर्व इनकी संख्या दो थी। जिससे ज्यादातर ओवरलोडिग की समस्या से बिजली आपूर्ति बाधित रहती थी। इसके अलावा लोड कम करने को करीब एक दर्जन सब स्टेशनों का भी निर्माण कराया गया। जिसके बाद जिले में इनकी संख्या 32 पहुंच गई। ऐसे में संसाधनों के बढ़ने के बाद भी लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही। मुख्यालय में भूमिगत लाइनें होने के कारण स्थानीय स्तर पर फाल्ट की शिकायत कम रहती है। लेकिन 132 केवीए से आने वाली लाइनों में खराबी आने से कई बार लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर लाइनों के चलते ट्रिपिग आम बात है। वहीं हल्की बारिश व हवा में आपूर्ति बाधित हो जाती है।

घंटों ठप रहती बिजली आपूर्ति

मुस्करा सब स्टेशन से जुड़े 24 से अधिक गांवों को सुचारू रूप से बिजली नहीं मिल पा रही है। बारिश व जर्जर तारों की वजह से आए दिन फाल्ट हो जाता है जिसको सही करने में घंटों बिजली सप्लाई बंद रहती है। बिहुनी, गुंदेला, बिलगांव, पहाड़ी भिठारी आदि गांवो में हालात यह हैं कि यदि रात के समय कई फाल्ट हो जाता है तो पूरी रात वहां की सप्लाई ठप रहती है। लोगों को अंधेरे में ही रात गुजारनी पड़ती है। इसी तरह मौदहा क्षेत्र के इचौली सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति तो समय पर होती है। लेकिन क्षेत्र के नायाकपुरवा, इचौली, गुसियारी, खंडेह, रीवन करहिया आदि गांवों के अंदर लगे जर्जर तार आए दिन टूटते रहते है। जिससे बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। सरीला में 132 केवी का पावर हाउस होने के बाद भी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की दयनीय स्थिति है। वहीं पेयजल आपूर्ति के दौरान बार-बार अघोषित बिजली कटौती की जाती है। जिससे पेयजल आपूर्ति प्रभावित होती है और लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पाता है।

।कुरारा क्षेत्र के कुसमरा गांव निवासी लालू के अनुसार गांव में बमुश्किल 8 से 10 घंटे ही बिजली आपूर्ति होती है। वहीं यदि थोड़ा हवा चल जाए तो निश्चित ही कही न कही फाल्ट होना तय है। जिसका सुधार कितने घंटो में होगा ये बताना मुश्किल होता है। मिश्रीपुर निवासी योगेंद्र ने बताया कि कुरारा से मनकी मार्ग के किनारे बिजली की लाइन गई है। जिसके तार कई जगह खंभों से नीचे लटक रहे है। जो थोड़ा भी हवा चलने पर आपस में लड़ जाते है। जिससे फाल्ट होने पर बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। फिर इन फाल्टों को खोजने में विभाग के कर्मियों को कई दिन लग जाते है।

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जर्जर लाइनों को बदलवाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा कई बार तेज हवाओं के कारण समस्या हो जाती है। जिन्हें तुरंत ठीक कराया जाता है। इसके अलावा ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना के 24 घंटे में उसे बदलवाया जाता है। आपूर्ति व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए संबंधित जेई को निर्देश दिए गए हैं। - सुमित व्यास, अधिशासी अभियंता, हमीरपुर


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