सफाई कर्मी को बनाया बु¨कग क्लर्क, रेल यात्रियों का हंगामा
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : सफाई कर्मी पद से प्रमोशन पाकर बु¨कग क्लर्क बने रेलवे विभाग के
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : सफाई कर्मी पद से प्रमोशन पाकर बु¨कग क्लर्क बने रेलवे विभाग के एक कर्मी यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। अंग्रेजी के साथ कंप्यूटर का ज्ञान न होने से आरक्षण नहीं कर पा रहा है। साथ ही दैनिक टिकट वितरण में भी दिक्कतें आ रही हैं। आरक्षण की व्यवस्था न हो पाने से बुधवार को यात्रियों ने जमकर हंगामा काटा। स्टेशन मास्टर ने ग्रामीणों को शिकायत पुस्तिका भी उपलब्ध नहीं कराई।
रेलवे स्टेशन में बु¨कग क्लर्क पद पर राम कुमार कुशवाहा की तैनाती थी। जिनका बांदा स्थानांतरित कर दिया गया है। इनकी जगह सफाई कर्मी पद से प्रमोशन पाकरबु¨कग क्लर्क बने गंगाप्रसाद को अंग्रेजी के साथ कंप्यूटर का ज्ञान नहीं है। न ही किसी तरह का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इससे आरक्षण का कार्य पूरी तरह से ठप है। बुधवार को आरक्षण कराने गए कस्बे के नरेश शर्मा ने बताया कि उनको जम्मू के लिए पांच आरक्षण कराने थे। इसी तरह भोला तिवारी ने बताया कि उनको परिवार सहित जोधपुर जाना था, लेकिन आरक्षण नहीं हो सका। कस्बे के पंकज तिवारी, राजकुमार, कुलदीप अवस्थी, प्रदीप तिवारी आदि ने बताया कि वह लोग जयपुर, जम्मू, नासिक, सूरत, लुधियाना आदि जगहों पर जाने के लिए आरक्षण कराना था। लेकिन बु¨कग क्लर्क ने साफ मना कर दिया। तब उन्होंने सब स्टेशन मास्टर एके चंदोला से शिकायत पुस्तिका मांग कर शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। लेकिन सब स्टेशन मास्टर ने शिकायत पुस्तिका नहीं दी है। इससे यात्रियों में आक्रोश पनप गया। बु¨कग क्लर्क गंगा प्रसाद ने बताया कि उसको किसी तरह का प्रशिक्षण नहीं दिया गया। इससे कार्य करने में कठिनाई होती है। स्टेशन मास्टर एके चंदोला ने बताया कि शिकायत पुस्तिका न देने का आरोप निराधार है। आरक्षण प्रक्रिया बंद चल रही है। इसके लिए अधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है। बता दें कि रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 1200 से 1500 यात्रियों का आना जाना होता है। औसतन 20 से 25 हजार रुपये का लाभ रेलवे को होता है।