140 किमी. का सफर तय कर हमीरपुर में गर्भवती को खून देने पहुंचा युवा
150 किमी. का सफर तय कर गर्भवती को खून देने पहुंचा युवा150 किमी. का सफर तय कर गर्भवती को खून देने
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मध्य प्रदेश के छतरपुर अस्पताल में भर्ती प्रसूता को जब खून की जरूरत पड़ी तो कोई नहीं मिला। जिसकी सूचना बुंदेलखंड रक्तदान समिति को लगी। सूचना मिलने पर मुख्यालय के डिग्गी मोहल्ला निवासी युवा 140 किमी. का सफर तय करते हुए छतरपुर पहुंचकर पीड़ित महिला को खून देकर उसकी जान बचाई।
राठ निवासी प्रेमचंद्र अनुरागी की पत्नी मौसम गर्भवती थी। उसके शरीर में खून की कमी होने के कारण राठ के अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया। प्रेमचंद्र अपनी पत्नी को लेकर मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित अस्पताल पहुंचा। जहां पर खून की व्यवस्था नही हो सका। सारा दिन वह पत्नी के लिए खून की तलाश करता रहा। लेकिन जब कोई दानदाता नही मिला तो पीड़ित ने बुंदेलखंड रक्तदान समिति के अध्यक्ष अशोक निषाद को फोन पर इसकी सूचना दी और बी निगेटिव ब्लड की व्यवस्था करने की मांग की। जिस पर उन्होंने अपनी टीम के साथ मुख्यालय के मोहल्ला डिग्गी निवासी अजय निषाद को बताया। जिस पर अजय बिना कुछ सोचे समझे छतरपुर के लिए रवाना हो गए और छतरपुर पहुंचकर पीड़ित महिला को खून देकर उसकी जान बचाई। खून मिलने के बाद परिवार के लोगों ने युवा साथी समेत बुंदेलखंड रक्तदान समिति की टीम के प्रति आभार भी व्यक्त किया। बुंदेलखंड में मेला शुरू
इटरा के बजरंगबली मंदिर का मेला प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के बाद प्रथम मंगलवार से शुरू होकर अगले दिन बुधवार को भंडारे के साथ संपन्न होता है। इस मेले में प्रतिवर्ष भारी भीड़ उमड़ती थी। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रसाद की दुकानों को छोड़कर अन्य दुकानें नहीं लगाई गईं, लेकिन लोगों की श्रद्धा में तनिक भी फर्क नहीं पड़ा। सुबह से ही दर्शन पूजन के लिए लोगों कीभारी भीड़ उमड़ी हुई थी। पूरे दिन भक्तों के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा।