एक साल में हुए 126 सड़क हादसे, 39 ने गंवाई जान
जासं हमीरपुर सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विकसित किए गए आईरेड (इंटीग्रेटेड
जासं, हमीरपुर : सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विकसित किए गए आईरेड (इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) एप पर आंकड़े जुटाने का काम शुरू हो चुका है। आंकड़े जुटाने में हमीरपुर जिला मंडल में सबसे आगे है। आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक दुर्घटनाएं मौदहा थाना क्षेत्र में हुई। दुर्घटनाओं में 39 लोगों की मौत हुई। आंकड़ों का विश्लेषण कर इन पर रोक लगाने के उपाय आइआइटी मद्रास की टीम सुझाएगी।
जिला सूचना विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक राजेश कुमार मदान ने बताया कि एनआईसी द्वारा विकसित आईरेड एप पर मंडल में सबसे ज्यादा 126 सड़क दुर्घटनाओं का डाटा अभी तक फीड किया जा चुका है। इन सड़क दुर्घटनाओं में 40 घातक सड़क दुर्घटनाओं का डाटा फीड किया गया है। जिनमें 39 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं 42 गंभीर सड़क दुर्घटनाओं में 207 लोग चोटिल हुए हैं। बताया कि इन सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 44 सड़क दुर्घटनाएं मकरांव से मौदहा चौराहे के बीच दर्ज की गईं। आईरेड के डिस्ट्रिक्ट रोलआउट मैनेजर रामचंद्र ने बताया कि एप पर दर्ज आंकड़ों का आईआईटी मद्रास की टीम एनालिसिस करेगी और विस्तृत रिपोर्ट बनाकर मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे को सौपेंगी। जिसके बाद मिनिस्ट्री देशभर में हादसे रोकने के लिए गाइडलाइन जारी करेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आईरेड एप पर कुल 9627 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन दुर्घटनाओं में 5676 लोगों की मौत भी दर्ज की गई है।