विदेश में नौकरी की चाह में फंस रहे युवा, दो माह में 36 युवाओं को जालसाजों ने फंसाया Gorakhpur News
दो माह के अंदर इस तरह के 36 मामले सामने आए हैं। जिसमें से एक दर्जन से अधिक मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।ऐसे जालसाजों की दो माह के अंदर गिरफ्तारी भी नही हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन। बेरोजगारी और विदेश में नौकरी की चाह के चलते युवक जालसाजों के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। नतीजा यह है कि वीजा, पासपोर्ट बनवाने के चक्कर में घर की गाढ़ी कमाई भी गंवा रहे हैं। जिसके चलते न तो विदेश जाने का मौका मिला और न ही नौकरी मिल रही है। ऐसे में जालसाजों से रुपये वसूलने व उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए हर दिन बेरोजगार पुलिस कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। यह केवल देवरिया जिले का मामला है।
अब तक किसी की गिरफ्तारी तक नहीं
दो माह के अंदर इस तरह के 36 मामले सामने आए हैं। जिसमें से एक दर्जन से अधिक मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। खास बात यह है कि ऐसे जालसाजों की दो माह के अंदर गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। उधर दिल्ली पुलिस ने दो दिन पूर्व तरकुलवा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर एक मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया, जो बेरोजगारों से रुपय लेकर फर्जी वीजा देता था।
इनके साथ हाल के दिनों में हुई जालसाजी
देवरिया जिला मुख्यालय के अली नगर निवासी सब्बीर आलम, भुजौली निवासी मकसूद आलम, बढय़ा बुजुर्ग निवासी चंद्रमोहन पासवानसदर कोतवाली के मोहनीदेई निवासी गिरिजाशंकर राजभर समेत तीन दर्जन बेरोजगारों से जालसाजी का मामला सामने आया है।
बिना लाइसेंस के भी एजेंट दिला रहे हैं टेस्ट
बेरोजगारी के चलते अगर कोई विदेश भेजने की बात कह रहा है तो लोग उसके झांसे में आ जा रहे हैं और बिना जांचे-परखे उसे रुपया दे दे रहे हैं। लोगों को चाहिए कि यह जांच लें कि उसके पास टेस्ट दिलाने व विदेश भेजने का लाइसेंस है कि नहीं। अगर उसके पास इस तरह के लाइसेंस नहीं है तो कदापि उसे पैसा व पासपोर्ट न दें। ऐसे लोगों की जानकारी पुलिस को दें।
बिना लाइसेंस के सेंटर चलाने वालों पर होगी कार्रवाई
देवरिया के एसपी श्रीपति मिश्र का कहना है कि बिना लाइसेंस के सेंटर चला रहे लोगों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। आए दिन जालसाजों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है।