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नौकरी के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, एमएमएमयूटी तैयार कर रहा ये खास योजना

विद्यार्थियों को कोर्स पूरा करते ही मनमाफिक प्लेसमेंट मिले वह भी बेहतर सैलरी पैकेज के साथ यानी कंपनियां उन्हें हाथों-हाथ लें इसके लिए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय से उद्योगपतियों को जोड़ने की योजना बनाई है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sat, 02 Oct 2021 01:43 PM (IST)Updated: Sat, 02 Oct 2021 01:43 PM (IST)
नौकरी के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, एमएमएमयूटी तैयार कर रहा ये खास योजना
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय। फाइल फोटो

गोरखपुर, डा. राकेश राय : कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को नौकरी के लिए जिद्दोजहद न करनी पड़े। उन्हें कोर्स पूरा करते ही मनमाफिक प्लेसमेंट मिले, वह भी बेहतर सैलरी पैकेज के साथ, यानी कंपनियां उन्हें हाथों-हाथ लें। इसके लिए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय से उद्योगपतियों को जोड़ने की योजना बनाई है। विश्वविद्यालय हर विभाग से दो उद्योगपतियों को जोड़ने जा रहा है। उद्योगपति, विभाग, शिक्षक और विद्यार्थियों को उद्योग जगत की मांग से अवगत कराएंगे और उस अनुसार विद्यार्थियों को तैयार करने का टिप्स देंगे। विभाग की प्रकृति के मुताबिक उद्योगों और उनके प्रमुखों की सूची तैयार की जा रही है।

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उद्योगपतियों से साधा जाएगा संपर्क

सूची बनने के बाद उद्योगपतियों से संपर्क साधा जाएगा और योजना के तहत से बकायदा उनसे स्वीकृति ली जाएगी और फिर करार भी किया जाएगा। इस योजना में केवल इंजीनियरिंग की सभी शाखाओं को ही शामिल नहीं किया जा रहा है। एमबीए, एमसीए और एमएससी कोर्स करने वाले विभाग भी जोड़े जा रहे हैं। संबंधित विभाग के सलाहकार उद्योगपतियों को हर छह महीने में परिसर में आमंत्रित किया जाएगा। परिसर में आकर वह पहले विभाग की आधिकारिक संरचना और वहां की व्यवस्था से अवगत होंगे। उसके बाद बारी-बारी से शिक्षकों के साथ संवाद करेंगे। व्यवस्था को जानने और समझने के बाद उद्योग की मांग के मुताबिक विभाग और पठन-पाठन की बेहतरी की सलाह देंगे। छह माह में प्रत्यक्ष मुलाकात के अलावा आनलाइन संपर्क का सिलसिला निरंतर बना रहेगा।

प्लेसमेंट में भी मदद करेंगे सलाहकार उद्योगपति

विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि विभाग से जुड़ने वाले उद्योगपति विद्यार्थियों को उद्योग के लिए उपयोगी तो बनाएंगे ही, इस दौरान उनसे संवेदनात्मक रूप से भी जुड़ेंगे, जिसका लाभ उन्हें प्लेसमेंट के दौरान मिलेगा। इसके अलावा उद्योगपतियों के माध्यम से उन्हें उन तथ्यों का पता चलेगा, जिसे प्लेसमेंट के दौरान कपंनियां विद्यार्थियों में खोजती हैं।

बहुत से छात्र अपनी मेधा के मुताबिक नहीं हासिल कर पाते नौकरी

एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जो अपनी मेधा के मुताबिक नौकरी हासिल नहीं कर पाते। इसकी वजह उनका उद्योग जगत की मांग पर खरा न उतरना होता है। इस समस्या के समाधान के लिए हमने हर विभाग को उससे जुड़े उद्योगपतियों से जोड़ने की योजना बनाई है। उद्योगपतियों के मार्गदर्शन में अगर विद्यार्थी अपना अध्ययन कार्य पूरा करेंगे तो उन्हें अपनी मेधा के मुताबिक नौकरी हासिल करने में दिक्कत नहीं आएगी। उद्योगपतियों से स्वीकृति लेकर जल्द करार की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, जिससे इसी सत्र में योजना को लागू कर दिया जाए।


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