गोरखपुर में वन्य जीवों का अनोखा संसार आबाद, जानें-कौन जानवर कहां से आया
चिडिय़ाघर की टीम दिल्ली से इन वन्यजीवों को साथ लेकर गोरखपुर पहुंची। सभी वन्यजीवों को उनके बाड़े में ही 21 दिन के क्वारंटाइन किया गया है। पशु चिकित्सकों की टीम इन पर नजर रख रही है। अब तक 72 वन्यजीव चिडिय़ाघर लाए जा चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) में वन्य जीवों का संसार आबाद हो गया है। अभी भी वन्यजीव और जंगल के जानवरों का आने का सिलसिला जारी है। सांभर, लोमड़ी और बंदरों का बाड़ा भी गुरुवार से आबाद हो गया। चिडिय़ाघर की टीम दिल्ली से इन वन्यजीवों को साथ लेकर गोरखपुर पहुंची। सभी वन्यजीवों को उनके बाड़े में ही 21 दिन के क्वारंटाइन किया गया है। पशु चिकित्सकों की टीम इन पर नजर रख रही है। अब तक 72 वन्यजीव चिडिय़ाघर लाए जा चुके हैं।
सांभर, लोमड़ी व बंदरों का बाड़ा भी आबाद
गोरखपुर चिडिय़ाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में गठित टीम इन वन्यजीवों को लाने के लिए दिल्ली भेजी गई थी। यह टीम चार सांभर (दो नर व दो मादा), दो लोमड़ी (एक नर व एक मादा) तथा दो बोनट बंदरों (एक नर व एक मादा) को साथ लेकर बुधवार को 12 बजे के आसपास दिल्ली से गोरखपुर के लिए रवाना हुई थी। करीब 14 घंटे का सफर पूरा कर वन्यजीवों के साथ यह टीम गोरखपुर पहुंची। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश ने बताया कि सभी वन्यजीवों को पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। चिडिय़ाघर के लाए जाने के बाद डाइट चार्ज के अनुसार वन्यजीवों को भोजन दिया गया। सफर के दौरान भी उनके खाने-पीने का समुचित प्रबंध किया गया था।
11 फरवरी से ही वन्यजीवों के आने का सिलसिला जारी
चिडिय़ाघर में वन्यजीवों को लाने का सिलसिला 11 फरवरी को शुरू हुआ था। इस दिन बार विनोद वन से दो चीतल और एक हाक डियर चिडिय़ाघर लाए गए थे। इसके बाद से ही वन्यजीवों को चिडिय़ाघर लाए जाने का क्रम लगातार जारी है। अभी तक बाघ, बब्बर शेर, तेंदुआ, दरियाईघोड़ा, व कई प्रजाति के सांपों सहित 72 वन्यजीव चिडिय़ाघर लाए जा चुके हैं। 121.342 एकड़ में फैले चिडिय़ाघर में 58 प्रजाति के 387 वन्यजीव लाए जाने हैं। इन्हें रखने के लए 33 बाड़े बनाए गए हैं। चिडिय़ाघर में बना बटरफ्लाई पार्क और 7-डी थिएटर सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।