गोरखपुर शहर के पटरी व्यवसायियों को मिलेगा नया ठिकाना, यहां बसाए जाएंगे
पटरी व्यवसायियों को स्थायी ठिकाना मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए उन्हें शहर के 10 स्थानों पर बसाया जाएगा। इसके बदले प्रतिदिन 20 रुपये लिए जाएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम और जिला प्रशासन ने पटरी व्यवसायियों को स्थायी ठिकाना मुहैया कराने के लिए मुकम्मल इंतजाम कर लिया है। महानगर के 10 स्थानों पर करीब आठ हजार पटरी व्यवसायियों को बसाया जाएगा। पटरी व्यवसायियों से प्रतिदिन 20 रुपये लिया जाएगा, जिसके बदले उन्हें शेड, पानी, सफाई व शौचालय की व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी।
जिलाधिकारी व प्रभारी नगर आयुक्त के. विजयेंद्र पाण्डियन ने शुक्रवार को नगर निगम, प्रशासनिक अधिकारियों व हैदराबाद की एजेंसी के साथ पटरी व्यवसायियों के नए ठिकाने का निरीक्षण किया। कुछ पटरी व्यवसायियों को रेलवे बस स्टेशन के सामने स्थित नजूल की खाली जमीन पर शिफ्ट भी कर दिया गया।
पटरी व्यवसायियों ने नगर निगम में महापौर से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था। उन्होंने बताया था कि महानगर के कई स्थानों पर सड़कों के चौड़ीकरण के कारण दुकानें नहीं लग पा रही हैं। इस पर महापौर ने प्रभावित पटरी व्यवसायियों को एक सप्ताह के भीतर दूसरे स्थान पर शिफ्ट कराने का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में शुक्रवार की शाम रेलवे स्टेशन रोड व आसपास के पटरी व्यवसायियों को रेलवे बस स्टेशन के सामने शिफ्ट कर दिया गया।
महापौर सीताराम जासवाल ने बताया कि अर्बन आजीविका मिशन के तहत 7888 पटरी व्यवसायियों का पंजीकरण और भौतिक सत्यापन किया जा चुका है। सभी को महानगर के अलग-अलग हिस्सों में जगह दी जाएगी ताकि उनका कारोबार प्रभावित न हो। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए हैदराबाद की एक सर्वे कंपनी की मदद ली जा रही है।
डीएम ने ट्रांसपोर्ट नगर का किया निरीक्षण
डीएम व प्रभारी नगर आयुक्त ने शुक्रवार को अमरूद मंडी व ट्रांसपोर्ट नगर का निरीक्षण कर किया। उन्होंने अमरूद मंडी से नेशनल हाईवे के दक्षिण पटरी पर 10 फीट का एप्रोच बनाकर वहा पटरी व्यवसायियों को बसाने का निर्देश दिया। ट्रांसपोर्ट नगर में करीब 150 दुकानों का निर्माण करवाया जाएगा।
डीएम ने पटरी व्यवसायियों को सड़क से दूर रहकर दुकान लगाने की हिदायत देते हुए कहा आप लोग कुछ ऐसा न करें जिससे राहगीरों को परेशानी हो। स्थानीय पार्षद रामभुआल कुशवाहा ने डीएम को बताया कि स्थायी जगह के अभाव में पटरी व्यवसायियों को काफी समस्या हो रही है। 20 वर्ष पहले निगम ने पटरी व्यवसायियों से स्थायी दुकानें बनाने का वादा किया था, जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है। पार्षद ने डीएम से पटरी व्यवसायियों को शीघ्र बसाने का अनुरोध किया।
निरीक्षण के दौरान डूडा के परियोजना अधिकारी तेज कुमार, हैदराबाद से आई सर्वे टीम, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी व राजस्व की टीम मौजूद रही।