इस जिले में महिलाएं लिखेंगी गुलाबी गांव की विकास गाथा Gorakhpur News
विकास के मामले में प्रदेश के अति पिछड़े जिले में शुमार सिद्धार्थनगर को अपने गांव हसुड़ी औसानपुर की बदौलत देश-दुनिया में जाना जा रहा है। इस गांव की आबादी करीब 11 सौ है। इसे एक अंतरराष्ट्रीय व पांच राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
गोरखपुर, जेएनएन, प्रशांत सिंह। एक कार्यकाल में एक अंतरराष्ट्रीय व पांच राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली गुलाबी गांव नाम से मशहूर हसुड़ी औसानपुर ग्राम पंचायत की विकास गाथा अब महिलाएं लिखेंगी। यहां ग्रामीणों की सहमति से सभी 11 ग्राम पंचायत वार्डो में महिलाओं का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। यह संभवत: देश का पहला गांव है, जहां ग्राम पंचायत की सभी सदस्य महिला हैं। इन्हीं महिलाओं के हाथ शिक्षा, स्वच्छता, जल प्रबंधन, चिकित्सा आदि समितियों की जिम्मेदारी होगी।
देश में पहचान बना चुका है हसुड़ी औसानपुर
विकास के मामले में प्रदेश के अति पिछड़े जिले में शुमार सिद्धार्थनगर को अपने गांव हसुड़ी औसानपुर की बदौलत देश-दुनिया में जाना जा रहा है। इस गांव की आबादी करीब 11 सौ है। इस ग्राम पंचायत ने अपने काम के बूते ‘नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा’ का सर्वोच्च पंचायती पुरस्कार वर्ष 2016-17 व 2017-18 में लगातार प्राप्त किया। 2016-17, 2017-18 व 2018-19 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। मालदीव का ग्लोबल यूथ पीस अंबेसडर अवार्ड भी मिला।
पंचायत भवन में लगी है एसी
यहां का वातानुकूलित और डिजिटल ग्राम पंचायत भवन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है, जहां सभी जानकारियां आनलाइन मिलेंगी। यहां का उच्चीकृत स्कूल पूरी तरह वातानुकूलित है और कंप्यूटर लैब से सुसज्जित है। ग्रामीणों ने गांव का कायाकल्प करने वाले प्रधान दिलीप त्रिपाठी पर फिर भरोसा जताया है।
वह कहते हैं कि महिलाएं ही पंचायत की जिम्मेदारी उठाएंगी। शिक्षा समिति होगी, जो बच्चों की पढ़ाई के बारे में काम करेगी। जल समिति शुद्ध पेयजल आपूर्ति पर ध्यान देंगी। अलग-अलग समितियों से गांव का सर्वांगीण विकास होगा। इस संबंध में सीडीओ पुलकित गर्ग ने बताया कि ग्राम पंचायत की सभी सदस्य महिला निर्वाचित होना उल्लेखनीय है। हसुड़ी औसानपुर गांव में बेहतर काम हुआ है। गांव के विकास में महिलाएं भी अपना योगदान देंगी।-----
सब निर्विरोध
ग्रामीणों की सहमति से हर वार्ड से एक-एक महिला का नामांकन हुआ था। मतगणना के दिन नजबुन्निशां, रफीकुन्निशां, रेहाना, संजू देवी, ऋचा, रीना, फूलमती, रेमा, पल्लवी, सितारा और गीता को ग्राम पंचायत सदस्य निर्वाचित घोषित किया गया।