महिला पुलिसकर्मियों ने ADG से कहा, हमें पुरुष सिपाहियों के साथ बीट पर न भेजें
महिला सिपाहियों ने गोरखपुर के एडीजी जोन अखिल कुमार से कहा है कि वे सक्षम हैं पुरुष सिपाहियों के साथ उन्हें बीट पर न भेजें। गूगल मीट गोष्ठी में सिपाहियों ने कहा कि पुरुष सिपाहियों के साथ वे असहज महसूर करती हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार ने जोन के सभी थानों में तैनात महिला आरक्षियों से गूगल मीट के गोष्ठी की। कामकाज की जानकारी लेने के बाद उनसे समस्या पूछा। इस दौरान बेबाकी से महिला पुलिसकर्मियों ने अपनी समस्या को साझा किया। जिसमें बहुत से मामले सामने आए। सिपाहियों ने पुरुषों के साथ ड्यूटी न लगाए जाने को कहा। उन्होंने कहा हम चुनौती से निपटने में सक्षम है। कुछ महिला सिपाहियों ने कहा कि पुरुष सिपाहियों के साथ बीट पर वे अपने आपको असहज महसूस करती हैं।
इसके अलावा 12-12 घंटे की ड्यूटी लिए जाने का अनुरोध किया। एडीजी ने सबकी बात सुनने के बाद समाधान कराने का भरोसा दिया।
एडीजी ने जोन के 196 थानों पर तैनात महिला सिपाहियों के साथ की आनलाइन गोष्ठी
थानों पर तैनात महिला सिपाहियों के कामकाज की जानकारी लेने के लिए सोमवार को एडीजी ने जोन के 196 थानों पर तैनात दो-दो महिला सिपाहियों के साथ आनलाइन गोष्ठी की। जिसमें सभी जिलों के अपर पुलिस अधीक्षक, महिला थाना प्रभारी व शेरनी दस्ता पर तैनान सिपाही शामिल हुई।
गोष्ठी में इन सिपाहियों ने व्यक्त किए विचार
गोष्ठी में गोरखपुर में तैनात नेहा सिंह, देवरिया से शिवी श्रीवास्तव, कुशीनगर से निकिता मिश्रा, महाराजगंज से ज्योति सिंह, जनपद बस्ती से सुकृति मिश्रा, संतकबीरनगर से शिवानी सिंह और सिद्धार्थनगर से ज्योति पांडेय ने अपने विचार व्यक्त किए।
पुरुष सिपाही के साथ असहज महसूस करते हैं, हमें अकेले बीट पर अकेले भेजें
उन्होंने कहा कि हमराह के तौर पर पुरुष आरक्षी के साथ बीट में जाने पर असहज महसूस करती हैं। वह खुद समक्ष हैं, इसलिए दो महिला सिपाहियों को एक साथ भेजा जाए। इसके अलावा थानों पर महिला टायलट, बैरिक आवास में ब'चों को साथ रहने की व्यवस्था कराई जाए।
महिला सिपाहियों ने इन समस्याओं को भी रखा
वीआइपी ड्यूटी में बाहर जाने पर रहने और खाने की व्यवस्था करने के साथ ही नजदीक इयूटी लगाई जाए। इसके अलावा थानों में चेंजिग रुम बनवाया जाए। एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि गोष्ठी में आए सुझाव पर शीघ्र अमल किया जाएगा।