Move to Jagran APP

यहां टीकाकरण के लिए उत्‍साहित नहीं दिख रहीं महिलाएं, अब बनाया जाएगा अलग बूथ

कोविड टीकाकरण में महिलाओं की रुचि पुरुषों की अपेक्षा कम दिख रही है। लगातार उनकी संख्या कम होती जा रही है। पुरुषों की संख्या बढ़ रही है। अभी तक जिले में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों का टीकाकरण सात गुना अधिक हुआ है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 01:10 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 01:10 PM (IST)
यहां टीकाकरण के लिए उत्‍साहित नहीं दिख रहीं महिलाएं, अब बनाया जाएगा अलग बूथ
टीकाकरण कराने में नहीं दिख रही महिलाओं की रुचि। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : कोविड टीकाकरण में महिलाओं की रुचि, पुरुषों की अपेक्षा कम दिख रही है। लगातार उनकी संख्या कम होती जा रही है। पुरुषों की संख्या बढ़ रही है। अभी तक जिले में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों का टीकाकरण सात गुना अधिक हुआ है। टीका लगवा चुकी महिलाओं की संख्या 197209 है तो पुरुषों की 772088। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसका कोई ठोस कारण नहीं बता पा रहा है। विभाग का कहना है कि अब महिलाओं के लिए अलग बूथ बनाए जाएंगे। जिला महिला अस्पताल में एक बूथ बनाकर इसकी शुरुआत की जाएगी।

loksabha election banner

बूथों पर पुरुषों की लग रही लंबी लाइन

टीकाकरण के लिए महिलाएं आगे नहीं आ रही हैं। बूथों पर लंबी लाइन लग रही है लेकिन उनमें पुरुषों की ही संख्या ज्यादा है। विभाग का कहना है कि बूथ सभी के लिए खुले हुए हैं। वहां महिला, पुरुष कोई भी जाकर टीका लगवा सकता है। यदि महिलाएं भीड़ से बचने के लिए नहीं आ रही हैं तो उनके लिए अलग बूथ शुरू किए जाएंगे। पहला बूथ जिला महिला अस्पताल में बनाया जाएगा। वहां कर्मचारी व सभी वैक्सनेटर महिला होंगी। ताकि महिलाओं को वहां जाकर टीका लगवाने में कोई झिझक न हो। अन्य बूथों पर भी महिलाओं के लिए टीका लगवाने की सुविधा रहेगी। वे अपने घर के आसपास किसी भी बूथ पर जाकर टीका लगवा सकती हैं।

पिछले एक सप्ताह में महिला-पुरुषों का टीकाकरण

तारीख    महिला    पुरुष

28 मई   3230     4687

29        4219      6043

31        5175      7165

01 जून  4093       5988

02        4553      6425

03        4816      6758

टीकाकरण के लिए महिलाओं के न आने का कारण जागरूकता की कमी

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय टीकाकरण के लिए महिलाओं के न आने का कारण जागरूकता की कमी है। इसके लिए अभियान चलाकर उन्हें प्रेरित किया जाएगा। साथ ही घर के पुरुष सदस्यों को भी महिलाओं को टीका लगवाने के लिए जागरूक किया जाएगा। क्योंकि घर में एक भी व्यक्ति टीका से वंचित है तो कोरोना का खतरा बना रहेगा।

कोई भी अस्पताल खरीद कर लगा सकता है कोविड वैक्सीन

कोई भी अस्पताल कोरोना की वैक्सीन खरीद कर लोगों को लगा सकता है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग से इसके लिए अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है। सरकार की तरफ से किसी अस्पताल को कोरोना की वैक्सीन नहीं दी जाएगी। उन्हें कंपनियों से सीधे खरीदना होगा। जिले में तीन निजी अस्पतालों में कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि इसका शुल्क आठ सौ रुपये से ज्यादा है। जबकि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह निश्शुल्क लगाई जा रही है। यदि कोई स्‍वेच्‍छा से निजी अस्पतालों में जाकर वैक्सीन लगवाना चाहता है तो उसके लिए यह विकल्प खुला है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग किसी अस्पताल को न तो वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है और न ही उन्हें इसके लिए अनुमति देने की जरूरत है। जैसे अन्य वैक्सीन निजी अस्पताल खरीद कर लगा रहे हैं, वैसे ही कोरोना की वैक्सीन भी लगा सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.