गोरखपुर में कोरोना संक्रमित पति के अंतिम संस्कार के लिए गिड़गिड़ाती रही महिला, कम्रचारियों ने मांगे 40 हजार रुपये
गोरखपुर में कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के नाम पर 15 हजार रुपये वसूली को लेकर मंगलवार देर रात हंगामा हो गया। दूसरे जिले में तैनात एक दारोगा की पत्नी के शव के अंतिम संस्कार के लिए रुपये मांगे गए तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। राप्ती तट स्थित राजघाट पर शवों के अंतिम संस्कार के नाम पर 15 हजार रुपये वसूली को लेकर मंगलवार देर रात हंगामा हो गया। दूसरे जिले में तैनात एक दारोगा की पत्नी के शव के अंतिम संस्कार के लिए रुपये मांगे गए तो उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। इससे नाराज शवदाह में जुटे लोगों ने शव को किनारे कर दिया। दारोगा ने पुलिस के अफसरों को जानकारी दी तो मौके पर राजघाट पुलिस पहुंची। देर रात शव के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया नहीं शुरू हो सकी थी।
रात में भी जलाए जा रहे शव
राजघाट पर कोरोना संक्रमण से मौत होने पर शव को जलाने की व्यवस्था नगर निगम के हाथ में है। इस समय रात में भी शव जलाए जा रहे हैं। दारोगा की पत्नी का दाउदपुर स्थित एक कोविड अस्पताल में निधन हुआ तो वह एंबुलेंस से शव लेकर राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने शवदाह की बात की तो 15 हजार रुपये मांगे गए। दारोगा का आरोप है कि घाट पर मौजूद नगर निगम के कर्मचारी चंदन ने रुपये मांगे। विरोध करने पर उसने कई लोगों को बुला लिया। चंदन का कहना है कि रात में राप्ती तट के किनारे लकड़ी बेचने वाले शवों का अंतिम संस्कार कराते हैं। उन लोगों ने रुपये मांगे होंगे।
पति के अंतिम संस्कार के लिए गिड़गिड़ाती रही
खजनी निवासी एक महिला के पति की मौत कोरोना से हो गई है। एंबुलेंस से शव लेकर महिला देर शाम राजघाट पहुंचीं। उन्होंने वहां शवदाह में जुटे लोगों से अंतिम संस्कार का अनुरोध किया। आरोप है कि महिला से 15 हजार रुपये मांगे गए। महिला ने सिर्फ सात सौ रुपये होने की बात कही तो अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। देर रात पत्नी के शव का अंतिम संस्कार कराने पहुंचे दारोगा ने महिला के पति के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराई।
40 हजार तक मांग रहे
देर रात शव लेकर पहुंचे स्वजन का आरोप है कि अंतिम संस्कार में जुटे लोग रात बढ़ने के साथ ही रेट भी बढ़ाते जाते हैं। 12 बजे रात के बाद 40 हजार रुपये तक की मांग करते हैं। स्वजन उनके आगे गिड़गिड़ाते हैं लेकिन वह टस से मस नहीं होते हैं।
रात आठ बजे तक ही नगर निगम के कर्मचारी और प्रवर्तन बल के जवान राजघाट पर रहते हैं। हमारी मौजूदगी में किसी की हिम्मत नहीं है कि वह रुपये ले। रात में रुपये वसूली की जानकारी नहीं है। इसकी जानकारी कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। यदि कोई रुपये मांग रहा है तो यह गलत है। नगर निगम प्रशासन ने अंतिम संस्कार की निश्शुल्क व्यवस्था की है। किसी को रुपये नहीं देने चाहिए। - कर्नल सीपी सिंह, प्रभारी प्रवर्तन बल, नगर निगम।
देर रात तक चला सैनिटाइजेशन अभियान
नगर निगम ने मंगलवार को देर रात तक शहर में सोडिमय हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइजेशन अभियान चलाया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि अलीनगर, रहमतनगर, शाहपुर थाना, राप्तीनगर, शास्त्रीपुरम, गोरखनाथ, इलाहीबाग, रमदत्तपुर, जाफरा बाजार, तिवारीपुर, कल्याणपुर, महुईसुघरपुर, इंजीनियरिंग कालेज, नौसढ़, सिविल लाइन प्रथम, सिविल लाइन द्वितीय, दाउदपुर, महादेव झारखंडी टुकना नंबर दो, बेतियाहाता, सूर्यकुंड, दीवान बाजार, मोहनलालपुर, नखास चैक, अलहदादपुर, दिलेजाकपुर, मिर्जापुर इलाके में छिड़काव कराया गया।