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प्रेरणा लक्ष्य एप से शिक्षक जानेंगे बच्‍चों के सीखने-समझने का स्तर, करेंगे सहयोग

कोविड काल में बच्‍चों के पठन-पाठन का काफी नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के ि‍लिए मूल्‍यांकन प्रक्रिया को प्रभावी बनाया जाा रहा है। प्रेरणा लक्ष्य एप के जरिए मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्‍यांकन के लिए नवनियुक्‍त सौ िशिक्षकों को लगाया गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 02:30 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 02:30 PM (IST)
प्रेरणा लक्ष्य एप से शिक्षक जानेंगे बच्‍चों के सीखने-समझने का स्तर, करेंगे सहयोग
प्रेरणा लक्ष्य एप से शिक्षक जानेंगे बच्‍चों के सीखने-समझने का स्तर। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोविड काल में बच्‍चों के पठन-पाठन के नुकसान को पूरा करने व कक्षा स्तर के अनुरूप सीखने के निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति का प्रेरणा लक्ष्य एप के जरिए मूल्यांकन किया जाएगा। इस प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए मूल्यांकन की जिम्मेदारी समस्त एकेडमिक रिसोर्स पर्सन व स्टेट रिसोर्स ग्रुप सदस्य, 150 डीएलएड प्रशिक्षु व 100 नवनियुक्त शिक्षकों को सौंपी गई है। जो रेंडम आधार पर चयनित प्रत्येक विद्यालय के दस बच्‍चों का प्रतिदिन मूल्यांकन करेंगे।

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बच्‍चों के सीखने के स्‍तर का चलेगा पता

मूल्यांकन के बाद शिक्षक जान सकेंगे कि बच्‍चों के सीखने का स्तर क्या है। यह भी पता चल सकेगा कि कक्षावार कौन सी दक्षताएं हासिल करने के लिए उन्हें ब'चे पर अधिक ध्यान देना होगा ओर किन बिंदुओं पर बच्‍चों को अतिरिक्त सहयोग की जरूरत है।

स्कूल में सम्मानित किए जाएंगे प्रेरक बच्‍चे

गुणवत्ता संवर्धन के लिए सरल एप के जरिए प्रत्येक 30 दिन पर विद्यालय में हुई पढ़ाई का विषयवार शैक्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। ग्रेडिंग व उत्कृष्टता के आधार पर चयनित प्रेरक ब'चों एवं उनके अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर सम्मानित किया जाएगा। प्रेरक बच्‍चों द्वारा पहले विद्यालय को प्रेरक बनाया जाएगा। इसके बाद प्रेरक विकास खंड बनाया जाएगा। मूल्यांकन प्रक्रिया के अंत में थर्ड पार्टी से मूल्यांकन कराकर विकास खंड को प्रेरक विकास खंड घोषित किया जाएगा।

छात्रों के मूल्‍यांकन के आधार पर होगा शिक्षक का मूल्‍यांकन

बीएसए आरके सिंह विद्यालयों में शिक्षक ईमानदारी से बच्‍चों को पढ़ाएं। क्योंकि छात्रों के मूल्यांकन के आधार पर ही शिक्षकों का भी मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन प्रक्रिया के अंत में थर्ड पार्टी से मूल्यांकन कराकर विकास खंड को प्रेरक विकास खंड घोषित किया जाएगा।

अनाथ बच्‍चों के साथ ओरियन माल ने मनाया नवरात्र उत्‍सव

ओरियन माल द्वारा इस बार नवरात्र उत्सव अनाथ बच्चों के साथ मनाया गया। इस दौरान 50 बच्चों को माल में सिनेमा दिखाकर तथा फूड कोर्ट में खाना खिलाकर उनका मनोरंजन कराया गया।ओरियन माल के निदेशक अमित टेकड़ीवाल ने बताया कि इस तरह के आयोजन से एक अलग ही आत्मसंतुष्टि मिलती है। उन्होंने बताया इस तरह अब वह हर महीने करीब 50 बच्चों को ओरियन माल के गेम जोन, आइनाक्स तथा फूड कोर्ट में खाना खिलाकर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान ओरियन माल की प्रबंधन टीम से शंकर गुप्ता, हैदर अब्बास, तरुण शर्मा तथा राजेश यादव आदि मौजूद रहे।


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