पछुआ हवाओं ने बढ़ाई गलन, औसत से कम रह सकता है तापमान
पछुआ हवाओं ने जिले गलन बढ़ा दी है। 16 जनवरी को भी दिन औसत से ठंडा रह सकता है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि रविवार सुबह कोहरा छाया रह सकता है। दिन में आसमान साफ रह सकता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पछुआ हवाओं ने जिले गलन बढ़ा दी है। 16 जनवरी को भी दिन औसत से ठंडा रह सकता है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि रविवार सुबह कोहरा छाया रह सकता है। दिन में आसमान साफ रह सकता है। न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है।
22 डिग्री रहता है जनवरी का औसत तापमान
हालांकि जनवरी माह का औसत अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के करीब है। जनवरी माह का औसत न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस है। बता दें 15 जनवरी का दिन तापमान अपने औसत से करीब साढ़े तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। पछुआ हवाओं के चलते लोगों को गलन अधिक महसूस हुई। हालांकि मौसम विशेषज्ञ ने संभावना जताई है कि दिन में आसमान साफ रहेगा।
15 किमी रफ्तार से चलेंगी पछुआ हवाएं
पछुआ हवाएं 5 से 15 किलोमीटर प्रति घण्टे के रफ्तार से चल सकती है। पछुआ हवाओं के चलते तापमान में गिरावट की आ सकती है। दो दिन पूर्व हुई बूंदाबांदी से तापमान गिरावट आ गई थी। शनिवार को सुबह करीब दस बजे से धूप निकलने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं वमिली। स्थिति यह रही कि दिन का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा। दिन अपने औसत से करीब तीन डिग्री सेल्सियस ठंडा रहा। जनवरी माह का औसत अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस है और औसत न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस है।
कार शोरूम को प्रदूषण विभाग ने दी नोटिस
रामगढ़ताल में बिना शोधन के पानी गिराने का है आरोप- पानी को शोधित न करने पर होगी कार्रवाईजागरण संवाददाता, गोरखपुर : मोहद्दीपुर स्थित कार शोरूम को प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से नोटिस दी गई है। शोरूम संचालकों पर रामगढ़ताल में बिना शोधन के गंदा पानी गिराने का आरोप है। एक बार जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। जल्द ही पानी को शोधित करने का संयंत्र नहीं लगाया गया तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रदूषण बोर्ड ने दिया नोटिस
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी पंकज यादव की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि आठ सितंबर 2021 को बोर्ड की टीम ने कार शोरूम का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट को संचालित नहीं पाया गया। शोरूम एवं सर्विस सेंटर से पानी बिना शोधित हुए ताल में गिराया जा रहा है। जांच में ताल के पानी में बीओडी, सस्पेंडेड सालिड, सीओडी एवं आयल ग्रीस का मात्रा मानक से अधिक पायी गई।