Move to Jagran APP

बतकही : अभी जीवित है डाकू रत्नाकर Gorakhpur News

पढ़ें गोरखपुर से सतीश कुमार पांडेय का साप्‍ताहिक कॉलम-बतकही...

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 04:43 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 04:43 PM (IST)
बतकही : अभी जीवित है डाकू रत्नाकर Gorakhpur News
बतकही : अभी जीवित है डाकू रत्नाकर Gorakhpur News

सतीश कुमार पांडेय, गोरखपुर। जेल में बंद जनपद के एक कुख्यात गैंगस्टर ने पुलिस को चिंता में डाल दिया है। हत्या, लूट, अपहरण और रंगदारी जैसे अनगिनत मामलों में शामिल रहे जिले के नामी गैंगस्टर के जेल जाने के कुछ दिन बाद से ही उसके हृदयपरिवर्तन की बातें सामने आने लगी थीं। साथी प्रचारित करने लगे कि वह वाल्मीकि के रास्ते पर चल पड़ा है। जिलेे की पुलिस ने उसके वाल्मीकि अवतरण पर भरोसा कर लिया। इसका असर यह हुुआ कि जिले की टॉप 10 अपराधियों की सूची में उसका नाम दर्ज नहीं हुआ। इसी बीच उस गैंगस्टर का एक ताजा ऑडियो पुलिस के हाथ लगा, जिसमें वह अपने पुराने तेवर में धमकाते हुए सुनाई पड़ रहा है। यह ऑडियो सुनकर पुलिस के होश फाख्ता हो गए। वास्तव में जिस गैंगस्टर को उन्होंने वाल्मीकि समझ लिया था, उसके भीतर अभी भी डाकू रत्नाकर जीवित है। विभाग में गलती सुधारने की प्रक्रिया चल रही है।

loksabha election banner

नेता के गले की फांस बना हिस्ट्रीशीटर

सत्ताधारी दल के नेता जी इस समय काफी परेशान हैं। अपने सेवादार हिस्ट्रीशीटर की सिफारिश करके उन्होंने पार्टी में पद दिला दिया। इसके बाद सोशल मीडिया के साथ ही वह इलाके में भी सक्रिय हो गया। कानपुर की घटना के बाद पुलिस ने जिले के बदमाशों की खोज खबर लेनी शुरू की। थाना व जिला स्तर पर टॉप 10 की सूची बना ली गई। इसके अलावा जिले के टॉप 100 बदमाशों की सूची तैयार हुई, जिसमें नेता जी के कृपापात्र हिस्ट्रीशीटर का भी नाम है। खबर छपने के बाद पार्टी के नेताओं को इसकी जानकारी हुई, तो होश फाख्ता हो गए। सभी लोग पार्टी की इमेज बचाने में जुट गए। पार्टी में जिले के मुखिया सामने आए और रटा-रटाया बयान दिया कि गुंडों व बदमाशों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। गलती से कोई पदाधिकारी बन गया है, तो उसे बर्खास्त किया जाएगा, लेकिन ऐसा कर नहीं पाए।

साड़ी पहनकर निकल गया बदमाश

शहर में चोरी करने वाले गिरोह का सरगना शहर के सबसे महत्वपूर्ण थाने का टॉप 10 बदमाश है। सूची में बदमाश का नाम आने के बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। दबाव बनाने के लिए बदमाश, उसके साथियों, रिश्तेदारों के घर पुलिस रोज दस्तक दे रही है। गिरफ्तारी का दबाव बढऩे पर बदमाश सरेंडर करने कोर्ट में पहुंच गया। इसकी भनक लगते ही सक्रिय हुई पुलिस ने कचहरी के अंदर और बाहर घेराबंदी कर छानबीन शुरू कर दी। कचहरी के बाहर पुलिस का सख्त पहरा देख बदमाश ने परिवार की महिलाओं को कचहरी में बुला लिया। सरेंडर करने का प्रार्थना पत्र कोर्ट में देने के बाद वह साड़ी पहनकर फिल्मी अंदाज में घर की महिलाओं के साथ कचहरी से निकल गया। फोटो लेकर पुलिस देर शाम तक परिसर में उसे तलाशती रही। बदमाश के चकमा देकर भाग निकलने के बाद पुलिस नए सिरे से घेराबंदी में जुटी है।

कोरोना के डर से नहीं जा रहे घर

कोरोना के बढ़ते संक्रमण से हर कोई चिंतित है। डॉक्टर, नर्स, राजस्वकर्मी और पुलिसवाले भी तेजी से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। पिछले 20 दिन में 37 पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें जिले के सबसे महत्वपूर्ण थाने में तैनात 12 पुलिसकर्मी भी शमिल हैं। संक्रमण को रोकने के लिए थाने को 48 घंटे बंद रखना पड़ा। थाना खुला, तो फिर से कोरोना पहुंच गया। फिर 48 घंटे के लिए थाना सील हुआ। इसकी वजह से पुलिसकर्मी खौफजदा हैं। प्रभारी के साथ ही थाने में तैनात दारोगा व सिपाही पिछले 12 दिन से घर नहीं जा रहे हैं। फोन पर ही परिवार के लोगों से हालचाल हो रहा है। बदमाशों की धरपकड़ करने वाली टीम के सीओ के कोरोना की चपेट में आने से पूरा महकमा सहम गया है। टीम के साथ ही सीओ से रोजाना मिलने वाले लोग भी एकांतवास में चले गए हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.