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बुनकरों का जीवन संवरने का समय शुरू, स्‍कूली बच्‍चों के लिए तैयार कर रहे ड्रेस मटेरियल Gorakhpur News

प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के लिए ड्रेस मटेरियल बुनकरों से लेने का निर्णय लिया था। इसके बाद विशेषज्ञों ने कपड़ों की गुणवत्ता परखने के बाद चार बुनकरों को 98 रुपये मीटर की दर से 1.83 लाख मीटर पैंट का कपड़ा उपलब्ध कराने का ठेका मिला।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 01:43 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 01:43 PM (IST)
बुनकरों का जीवन संवरने का समय शुरू, स्‍कूली बच्‍चों के लिए तैयार कर रहे ड्रेस मटेरियल Gorakhpur News
कपड़ा तैयार करते बुनकर का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखुपर, जेएनएन। सरकार अगर बुनकरों के प्रति थोड़ी और दरियादिली दिखा दे तो गोरखपुर के हजारों बुनकरों की तकदीर संवर सकती है। प्रदेश सरकार ने कुछ बुनकरों को ड्रेस मटेरियल तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। अगर इसका दायरा बढ़ाया जाए तो आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पावरलूम बुनकरों के अच्छे दिन आ जाएंगे। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग एवं जिला प्रशासन भी चाहता है कि सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए तैयार होने वाले ड्रेस का कपड़ा स्थानीय बुनकरों से लिया जाए। इसके लिए जल्द ही एक प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। 

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50 फीसद से ज्‍यादा कपड़ों की आपूर्ति

प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों के लिए ड्रेस मटेरियल बुनकरों से लेने का निर्णय लिया था। इसके बाद टेक्सटाइल कमेटी के विशेषज्ञों ने कपड़ों की गुणवत्ता परखने के बाद चार बुनकरों को 98 रुपये मीटर की दर से 1.83 लाख मीटर पैंट का कपड़ा उपलब्ध कराने का ठेका मिला। पचास फीसद से ज्यादा की आपूर्ति हो चुकी है। शूङ्क्षटग कपड़ा गोरखपुर व शर्टिंग का कपड़ा आंबेडकरनगर में तैयार हो रहा है। गोरखपुर व आंबेडकरनगर में धागों तथा उत्पादित वस्त्रों के भंडारण के लिए गोदाम की व्यवस्था भी की जायेगी। हथकरघा विभाग बुनकरों को धागा उपलब्ध करायेगा। जरूरत पडऩे पर बुनकरों को अग्रिम धनराशि देकर वस्त्र निर्माण कराया जायेगा। सहायक आयुक्त हथकरघा राम बड़ाई का कहना है कि लाकडाउन में काम न होने से जिन बुनकरों का पावरलूम बंद पड़ा था उनके लिए अच्छा मौका हो सकता है। विभाग इस कोशिश है कि सभी ब्लाकों में ड्रेस मटेरियल की आपूर्ति स्थानीय बुनकर ही करें। इसके लिए प्रशासन के सहयोग से शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

इन ब्लाकों में होगी आपूर्ति

शासन ने हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग को बीकापुर (अयोध्या), जलालपुर (अंबेडकरनगर), कैंपियरगंज (गोरखपुर), फतेहपुर मंडराव (मऊ), अहिरौला (आजमगढ़), आराजी लाइन (वाराणसी), राजपुरा (मेरठ), दादरी (गौतमबुद्ध नगर) ब्लाकों के सभी विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्कूल ड्रेस आपूर्ति की अनुमति दी है।

एक नजर आंकड़ों पर

गोरखपुर में पावरलूम बुनकर - 17875

पावरलूम की संख्या - 3298

बुनकर बाहुल्य क्षेत्र

गोरखनाथ, पुराना गोरखपुर, रसूलपुर, अजयनगर, हुमायूंपुर, जाहिदाबाद, नथमलपुर, पिपरापुर, इलाहीबाग, बख्तियार मोहल्ला, नौरंगाबाद।

यहां तैयार होने वाले उत्पाद

पैंट का कपड़ा, डिजाइनर चादर, गमछा, वर्दी, टोपी, पर्दा, मेजपोश आदि।


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