घरों में अब भी पानी, सड़कों पर जलभराव
कैचवर्ड : परेशानी -- सब हेड : मेडिकल कालेज रोड, धर्मशाला, देवरिया रोड, दाउदपुर, बेति
कैचवर्ड : परेशानी
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सब हेड : मेडिकल कालेज रोड, धर्मशाला, देवरिया रोड, दाउदपुर, बेतियाहाता दक्षिणी में सड़क पर लगा पानी
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क्रासर
- 73 पंप चलाकर भी पानी निकासी का मुकम्मल इंतजाम नहीं कर सका निगम
- पानी न हटने लोगों से लोगों को उठानी पड़ रही भारी दिक्कत
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जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बारिश शहरवासियों के लिए राहत से ज्यादा आफत बन गई है। मंगलवार को जलभराव से प्रभावित मोहल्लों में घरों से पूरी तरह पानी नहीं निकल सका। वहीं मुख्य सड़कों पर जलजमाव लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। मेडिकल कालेज रोड, धर्मशाला, देवरिया रोड, दाउदपुर, बेतियाहाता दक्षिणी समेत कई पाश इलाकों में निगम जल निकासी का बंदोबस्त नहीं कर सका। अब भी सड़क पर एक फीट तक पानी लगा हुआ है। निगम के कंट्रोल रूम में सबसे ज्यादा शिकायतें जलभराव की आ रही हैं।
मंगलवार की सुबह महज महज आधे घंटे की बारिश में दो दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में जलभराव हो गया। बारिश के कारण गोलघर, इंदिरा बाल विहार, बक्शीपुर, चक्सा हुसैन, दाउदपुर, बिलन्दपुर, हुमायुपुर, पचपेड़वा, आजाद चौक, बगहा बाबा, राजेंद्रनगर, उर्वरकनगर, महेवा मंडी, साहबगंज मंडी, रेती, दाउदपुर, दिव्यनगर, तुर्कमानपुर, घोसीपुर, बहादुर शाह जफर कालोनी जैसे इलाकों में लोगों को सड़क पर बह रहे गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। मंगलवार की दोपहर तक इलाकों में सड़क पर ही नहीं, बल्कि घरों में जलभराव की स्थिति थी।
सरस्वतीपुरम में 50 से ज्यादा घर पानी में डूबे हुए हैं। नाले के किनारे बने इन घरों में जलभराव के चलते लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि घर में पानी भर जाने से सारा सामान पानी में डूब गया। इसके अलावा नाले के कचरे से घर भर गया है। बेतियाहाता में घर के अंदर पानी लगने से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जेल के पीछे स्थित कालोनी बीते तीन दिनों से जलमग्न है। जलनिकासी के लिए अब तक निगम का दस्ता वहां नहीं पहुंचा है।
कुछ ऐसी ही स्थिति चक्सा हुसैन, दरियाचक भट्टा और जामिया नगर की भी है। भेड़ियागढ़ के अंदरुनी हिस्सों से पानी तो निकल गया, लेकिन कई जगह सड़क पर पानी लगा हुआ है। आलम यह है कि बारिश की बूंदों से भी लोगों की घबराहट बढ़ जा रही है। मुख्य नगर स्वास्थ्य डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि जलनिकासी के लिए शहर के अलग-अलग स्थानों पर 73 पंप लगाए गए हैं। जहां-जहां पानी रुक रहा था, वहां नालों की सफाई कराई गई।
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बेहाल हैं जीडीए कालोनियां
बारिश के चलते तारामंडल क्षेत्र की जीडीए की कालोनियां बेहाल हो गई हैं। तीन माह पहले जीडीए द्वारा नौ कालोनियों को नगर निगम को हस्तांतरित करने के बाद भी निगम ने वहा जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं किया। गौतम विहार, सिद्धार्थ इंक्लेव, बुद्ध विहार पार्ट सी के लोग मंगलवार को भी जलभराव से परेशान रहे। निगम ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है कि कालोनियों के संबंध में अभी सिर्फ दस्तावेजों का आदान - प्रदान हुआ है। कालोनियों की कमियों को जीडीए द्वारा दूर कराने के बाद ही वहां कोई कार्य हो पाएगा। फिलहाल उन कालोनियों में लगाने के लिए निगम के पास संसाधन भी नहीं है।
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जलभराव न हो इसके लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। चारों जोन में जहां- जहां जलभराव हुआ है सर्वे कर उसकी वजह तलाश की गई है। जलभराव की बड़ी वजह नालों पर अतिक्रमण भी है, जिसे ताकि भविष्य में भारी बारिश होने पर जलजमाव की नौबत न आए। सबसे ज्यादा अतिक्रमण दाउदपुर क्षेत्र में है, इसलिए अभियान भी वहीं से शुरू होगा।
प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त