देवरिया रोड पर चढ़ गया पानी, सिंघड़िया में घरों में घुस गया पानी
देवरिया रोड पर फिर पानी चढ़ गया। सड़क के बीचोंबीच चलने की होड़ में पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही। इस बीच रेलवे पुल के नीचे से एक बार फिर वसुंधरानगर कालोनी में पानी आने लगा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : बारिश के बाद देवरिया रोड पर फिर पानी चढ़ गया, इससे देवरिया से आने और देवरिया जाने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सड़क के बीचोंबीच चलने की होड़ में पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही। इस बीच रेलवे पुल के नीचे से एक बार फिर वसुंधरानगर में पानी आने लगा है, इससे कई घरों में पानी घुस गया है। सबसे बड़ी मुसीबत जलकुंभी बनती जा रही है। सिंघड़िया इलाके की गलियों और घरों के सामने जलकुंभी से नागरिकों का बुरा हाल है।
डेढ़ माह से जलभराव के बीच रह रहे हैं कई कालोनियों के लोग
वसुंधरानगर, प्रज्ञापुरम, कबीरनगर, सिंचाई विभाग कार्यालय समेत अन्य कालोनियों के नागरिक तकरीबन डेढ़ महीने से जलभराव के बीच रह रहे हैं। नगर निगम के अफसर इलाके से पानी निकालने के लिए तीन तरफ से कच्चा नाला बनवा चुके हैं, लेकिन बारिश होते ही नागरिकों के घरों में पानी घुस जा रहा है। वसुंधरानगर के अरविंद सिंह, सुरेश गुप्ता, वीपी बरगाह, श्रीकांत सिंह, शैलेंद्र चतुर्वेदी, हरबंश यादव, दीनबंधु पांडेय, स्वामी नाथ, सोनू आदि का कहना है कि जलभराव के बीच जलकुंभी बढ़ती जा रही है। नागरिक चंदा इकट्ठा कर जलकुंभी निकलवा रहे हैं। बारिश के बाद मेडिकल कालेज रोड के किनारे की कालोनियों, बिछिया, गणेशपुरम आदि इलाकों में भी जलभराव हो गया है।
गोकुलधाम झरवा के नागरिकों ने किया प्रदर्शन
जलभराव से परेशान गोकुलधाम झरवा के नागरिकों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। गोकुलधाम विकास सेवा समिति के अध्यक्ष पं. बलिराम त्रिपाठी ने कहा कि नागरिक पानी से घिरे हैं, लेकिन नगर निगम के अफसर कुछ नहीं कर रहे हैं। मंत्री हरीलाल सिंह और संयोजक वीरेंद्र यादव ने कहा कि नगर निगम के अफसरों को जलनिकासी के स्थायी इंतजाम के बारे में प्रस्ताव दिया जा चुका है।
कजाकपुर पानी में डूबा
भगत चौराहा के अंदर की कालोनियां पानी में डूबीं हुईं हैं। कजाकपुर, न्यू कजाकपुरी कालोनी, कैलाशपुरी कालोनी आदि में डेढ़ महीने से ज्यादा समय से जलभराव है। नगर निगम क्षेत्र में शामिल हो जाने के बाद भी नागरिकों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। नागरिकों का कहना है कि आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के पीछे की कालोनी में सौ से ज्यादा घरों के नागरिक बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं।