आसिफ ने दो बार कराया गर्भपात, धर्म परिवर्तन का दे रहा था दबाव
महराजगंज जिले के घुघली थानाक्षेत्र स्थित पिपराइच उर्फ पचरुखिया तिवारी गांव के युवक से हुई थी। सहमति के साथ पति से अलग होने के बाद वह महराजगंज कस्बे में बहन के घर रहकर दुकान पर काम करने लगी।
गोरखपुर, जेएनएन। लखनऊ में मंगलवार को आग लगाकर बुरी तरह से झुलसी अंजली की कहानी बड़ी अजीब है। पहले पति से 2016 में रिश्ता टूटने के बाद अंजली तिवारी महराजगंज में बहन के घर रहकर दुकान पर काम करने लगी। वहां आसिफ रजा से पहचान हो गई। झांसा देकर उसने अंजली का शोषण किया, वह गर्भवती हुई तो उससे निकाह कर लिया। मामले की जानकारी किसी को न हो, इसलिए शहर में किराये पर कमरा लेकर साथ रहने लगा। 2018 में दुबई जाने के बाद हर माह आसिफ खर्च भेजता था, लेकिन छह माह से रुपये भेजना बंद कर दिया। अंजली ने घर भेजने को कहा तो धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने लगा। इसकी शिकायत उसने महराजगंज पुलिस से की थी। मदद न मिलने पर डीआइजी को पत्र लिखा था।
मूल रूप से गगहा के सोहगौरा की रहने वाली अंजली का परिवार झारखंड के पलामू जिले के केसास गांव में रहता है। अंजली की शादी जून 2012 में महराजगंज जिले के घुघली थानाक्षेत्र स्थित पिपराइच उर्फ पचरुखिया तिवारी गांव के युवक से हुई थी। सहमति के साथ पति से अलग होने के बाद वह महराजगंज कस्बे में बहन के घर रहकर दुकान पर काम करने लगी। उसकी मुलाकात कस्बे के वीर बहादुरपुर निवासी आसिफ रजा से हुई। आरोप है कि शादी का झांसा उसने शारीरिक शोषण किया। गर्भ ठहरने पर उसने पुलिस से शिकायत की तो घर पर मौलवी बुलाकर निकाह कर लिया। उसके घरवालों ने उसे रखने से मना कर दिया। आसिफ शहर के कूड़ाघाट में किराये पर कमरा लेकर रहने लगा। कुछ दिन बाद मकान बदलकर पादरी बाजार चला गया। 2018 में आसिफ दुबई चला गया, लेकिन घर खर्च देता था। छह माह से रुपये न मिलने पर अंजली परेशान हुई तो आसिफ को फोन कर उसने घर भेजने को कहा। इस पर वह धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाने लगा। बात न मानने पर रिश्ता तोड़ लिया।
दो बार गर्भपात करा चुका है आसिफ
2016 में अंजली से निकाह करने के बाद आसिफ रजा ने उसका गर्भपात करा दिया। आरोप है कि 2018 में वह दोबारा गर्भवती हुई तो मुंबई ले जाकर फिर गर्भपात करा दिया।
महराजगंज में दिया था धरना
चार अक्टूबर को अंजली आसिफ के घर में रहने के लिए धरने पर भी बैठ गई थी। महिला पुलिस उसे लेकर थाने गई लेकिन दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई। आसिफ के परिवार ने अंजली पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया। अंजली ने युवक के घर में रहने के लिए पुलिस को तहरीर भी दी थी, जिसमें उसने कहा था कि युवक के कहने पर मैने अपना नाम आयशा रख लिया।