North Eastern Railway: कुलियों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग, आंदोलन की चेतावनी
पदाधिकारियों ने अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए बताया कि कुली जमीन पर सोने को मजबूर हैं। धरना- प्रदर्शन के बाद भी रेलवे प्रशासन कुलियों की सुध नहीं ले रहा। समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे स्टेशन पर तैनात कुलियों की समस्याओं और रेलवे कालोनियों व दफ्तरों में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) ने केंद्रीय कार्यालय में बैठक की। पदाधिकारियों ने अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए बताया कि कुली जमीन पर सोने को मजबूर हैं। धरना- प्रदर्शन के बाद भी रेलवे प्रशासन कुलियों की सुध नहीं ले रहा।
मुख्यालय परिसर की नालियों को बंद करने की मांग
महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि कुलियों का विश्रामालय हाथी दांत बना हुआ है। विश्रामालय में सुविधाएं नदारद हैं। उनकी समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान नहीं हुआ तो संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा। रेलवे कालोनियों, दफ्तरों और आसपास बढ़ते मच्छरों के प्रकोप का हवाला देते हुए उन्होंने रेलवे प्रशासन से खुली नालियों को ढकने व मच्छररोधी दवा का छिड़काव करने की मांग की। उन्होंने बताया कि मच्छरों के बढऩे से रेलकर्मी व उनके स्वजन काफी दिक्कत महसूस कर रहे हैं। बाहर से आने वाले रेलकर्मियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में मनोज द्विवेदी, केएम मिश्र, हरि मोहन, विक्रम, ओपी सिंह और अजय त्रिपाठी आदि पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में कुली मौजूद थे।
परीक्षा पास करने के बाद भी पदोन्नति के लिए भटक रहे रेलकर्मी
एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने रेलवे प्रशासन पर पदोन्नति को लेकर उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। केंद्रीय कार्यालय में महामंत्री केएल गुप्त की अध्यक्षता में बैठक कर पदाधिकारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी। महामंत्री ने कहा कि एक साल से अधिक हो गए लेकिन विभागीय पदोन्नति परीक्षा पास करने के बाद भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रेल लाइनों पर ही कार्य कर रहे हैं। तकनीशियन और सहायक लोको पायलट के पद पर पदोन्नति के लिए वे भटक रहे हैं। रेलवे प्रशासन है कि नोटिस ही नहीं ले रहा। बैठक में नवीन मिश्रा, ओंकार सिंह, विनय कुमार श्रीवास्तव और प्रदीप कुमार धर दूबे आदि पदाधिकारी मौजूद थे।