गन्ना शोध केंद्र सेवरही का दौरा कर शोध कार्यों का किया निरीक्षण Gorakhpur News
गन्ना किसानों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए अपर आयुक्त गन्ना (विकास) आरपी यादव ने सेवरही स्थित गन्ना प्रजनन शोध संस्थान का दौरा किया। शोध कार्य का निरीक्षण किया और गन्ना अधिकारियों और चीनी मिलों के प्रबंधकों के साथ बैठक की।
गोरखपुर, जेएनएन: गन्ना किसानों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए अपर आयुक्त गन्ना (विकास) आरपी यादव तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे। पहले ही दिन उन्होंने सेवरही स्थित गन्ना प्रजनन शोध संस्थान का दौरा कर उन्होंने वहां चल रहे शोध कार्य का निरीक्षण किया। बाद में मंडल के चारों जिलों के गन्ना अधिकारियों और चीनी मिलों के प्रबंधकों के साथ बैठक कर जरूरी आदेश-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सरकार की उच्च प्राथमिकता में है, इसलिए इन किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाय। घटतौली रोकने के लिए गन्ना क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।
पिपराइच चीनी मिल क्षेत्र के क्रय केंद्रों का भी किया दौरा
गन्ना खरीद और किसानों को एसएमएस के जरिए पर्ची जारी करने की व्यवस्था की वास्तविक स्थिति परखने के लिए नोडल अधिकारी ने पिपराइच चीनी मिल क्षेत्र के क्रय केंद्रों का दौरा भी किया। ठंड के मौसम को देखते हुए चीनी मिल के अधिकारियों को उन्होंने क्रय केंद्रों पर अलाव की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया। बाबू गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन शोध केंद्र, सेवरही का निरीक्षण करने के दौरान सहकारी गन्ना विकास समिति सेवरही के कंप्यूटरीकृत प्रणाली (ईआरपी) के कार्यों की समीक्षा भी की और समिति में स्थापित फार्म मशीनरी बैंक के तहत प्राप्त कृषि यंत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडल की समस्त चीनी मिलों के प्रधान प्रबंधकों ईआरपी माध्यम के तौल लिपिकों की पाक्षिक तबादला करने का निर्देश दिया। गोरखपुर और देवरिया की उप गन्ना आयुक्त उषा पाल को जिला गन्ना विकास अधिकारियों के साथ क्रय केंद्रों पर नियमित छापेमारी कर घटतौली की जांच करने की हिदायत दी है।
92 प्रतिशत क्षमता पर चीनी मिलों को चलाने का निर्देश
नोडल अधिकारी ने बताया कि पूर्वांचल की सभी चीनी मिलों को पेराई सत्र के आरंभ से ही 92 प्रतिशत क्षमता पर चलाने का निर्देश दिया गया है। मिलों को पूरी क्षमता से चलाने के लिए उप गन्ना आयुक्त और जिला गन्ना अधिकारी के स्तर से मानीटङ्क्षरग की जाएगी। ताकि किसानों से गन्ने की पूरी खरीद की जा सके।