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बाहर से आने गांव आने वालों को 21 दिन आइसोलेट करेंगी ग्राम पंचायतें Gorakhpur News

ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में कोरोना से लड़ने की कार्ययोजना बनाई गई। अधिकतर ने तीसरी लहर को देखते हुए लापरवाही न बरतने पर सहमति जताई है। उनकी तैयारी है कि बाहर से आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से 21 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया जाए।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 09:03 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 09:30 AM (IST)
बाहर से आने गांव आने वालों को 21 दिन आइसोलेट करेंगी ग्राम पंचायतें Gorakhpur News
ग्राम पंचायतें बाहर से गांव आने वाले लोगों को आइसोलेट करने की तैयारी कर रही हैं। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संगठन के बाद ग्राम पंचायतें कोरोना से निपटने की तैयारी में जुट गई हैं। 861 में से 860 में ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में कोरोना से लड़ने की कार्ययोजना बनाई गई। अधिकतर ने तीसरी लहर को देखते हुए लापरवाही न बरतने पर सहमति जताई है। उनकी तैयारी है कि बाहर से आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से 21 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया जाए। इसके साथ ही कई और सुझाव आए, जिसकी कार्ययोजना पंचायतों ने पंचायत विभाग को दी और वहां से शासन को भेज दी गई है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ सुझावों को दूसरे जिलों में भी लागू किया जा सकता है।

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कोरोना से लड़ाई के लिए ग्राम पंचायत समितियों ने बनाई कार्ययोजना

संगठित ग्राम पंचायतों में छह प्रमुख समितियों के गठन के बाद कोरोना से निपटने पर चर्चा की गई। पंचायत सदस्यों की ओर से कई सुझाव आए। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के नारे के साथ यह निर्णय लिया गया कि गांव में सभी लोगों को समय-समय पर हाथ धोने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने, गांव में नाली, गली साफ कराने, सोडियम हाइपोक्लोराइट से छिड़काव कराने का निर्णय लिया गया। सभी ग्राम पंचायतों में निगरानी समितियों को सक्रिय करने और उनके कार्यों पर नजर रखने का निर्णय लिया गया। 

मास्क न लगाने पर 

कुछ ग्राम पंचायतों ने गांव में भी मास्क का प्रयोग न करने पर जुर्माना लगाने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही निगरानी समिति में शामिल आशा से लोगों के स्वास्थ्य के बारे में प्रतिदिन रिपोर्ट ग्राम पंचायत समिति को देने को कहा गया है। कुछ गांवों ने सुझाव दिया कि जो लोग गांव में बाहर से आ रहे हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से 21 दिनों के लिए आइसोलेट कर दिया जाए। तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी ने जागरूकता पर विशेष जोर दिया।

संगठित होने वाली लगभग सभी ग्राम पंचायतों में छह जरूरी समितियों का गठन किया गया है। कोरोना से लड़ाई को लेकर हर बैठक में चर्चा हुई है। कई गांवों से कार्ययोजना प्राप्त हुई थी, उनमें से कुछ कार्ययोजनाओं को शासन को भेजा गया है। उम्मीद है कि ग्राम पंचायतें कोरोना से निपटने में कारगर भूमिका निभाएंगी। - हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला पंचायत राज अधिकारी।


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