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गोरखपुर में रवि गन हाउस सील खोलकर शुरू हुआ असलहों का सत्यापन

लोक सभा चुनाव 2019 में कई लोगों ने अपने असलहे रवि गन हाउस में जमा किए थे। 16 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्र लाइसेंस का प्रकरण उजागर हो जाने के बाद प्रशासन ने इस दुकान को सील कर दिया था।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 05:51 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 06:23 PM (IST)
गोरखपुर में रवि गन हाउस सील खोलकर शुरू हुआ असलहों का सत्यापन
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन की फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने टाउनहाल स्थित रवि गन हाउस में रखे असलहों का सत्यापन शुरू कर दिया है। प्रशासन की ओर से कई बार नोटिस देने के बाद भी जब दुकान का प्रोपराइटर उपस्थित नहीं हुआ तो सर्च वारंट जारी किया गया। फर्जी शसत्र लाइसेंस मामले के बाद चर्चा में आयी इस दुकान का सील खोलकर टीम ने असलहों का सत्यापन शुरू किया है। जांच पूरी होने में करीब चार से पांच दिन का समय लग सकता है। इसके बाद टीम जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंप देगी।

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फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले के बाद प्रशासन ने सील कर दी थी दुकान

लोक सभा चुनाव 2019 में कई लोगों ने अपने असलहे रवि गन हाउस में जमा किए थे। 16 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्र लाइसेंस का प्रकरण उजागर हो जाने के बाद प्रशासन ने इस दुकान को सील कर दिया था। दुकान सील होने के बाद से ही लोग अपना असलहा निकलवाने के लिए प्रशासन के अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। कई शस्त्र लाइसेंस धारक ऐसे हैं, जिन्हें अपने लाइसेंस का नवीनीकरण कराना है। प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों को राहत देने के लिए कई बार कमेटी का गठन किया जा चुका है। प्रोपराइटर को बुलाने के लिए उसे कई बार नोटिस भी जारी की गई लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ।

सात दिन में सत्‍यापन रिपोर्ट देने के निर्देश

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने सख्ती दिखाते हुए कमेटी को सात दिनों में असलहों का सत्यापन कर रिपोर्ट देने को कहा है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट से सर्च वारंट जारी किया गया। वारंट जारी होने के बाद टीम सत्यापन करने पहुंची। जांच करने वाली टीम में एएसीएम प्रथम, सीओ कैंट, सीओ कोतवाली, एक आर्मरर शामिल रहे।

दूसरी दुकान पर जमा कराए जाएंगे असलहे

सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव का कहना है कि सत्यापन के बाद वहां जमा असलहों को दूसरी दुकान पर जमा कराया जाएगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद दस्तावेज दिखाकर लाइसेंसधारक अपना असलहा ले सकेंगे। कई बार नोटिस जारी होने के बाद भी दुकान के मालिक उपस्थित नहीं हुए। सत्यापन के लिए गठित कमेटी की अपील पर सर्च वारंट जारी किया गया है। टीम ने सत्यापन का काम शुरू कर दिया है।

तीसरा असलहा जमा करने के लिए 104 ने किया आवेदन

शासन की ओर से केवल दो असलहा रखने का दिशा-निर्देश जारी करने के बाद ऐसे लोगों को नोटिस भेजी गई है, जिनके पास तीन असलहे हैं। अभी तक 104 लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट के यहां तीसरा असलहा जमा करने के लिए आवदेन किया है। सभी के सत्यापन के लिए पुलिस को पत्र भेजा गया है लेकिन पुलिस की ओर से अभी तक मात्र एक व्यक्ति का ही सत्यापन भेजा गया है। सत्यापन आने में देरी पर सिटी मजिस्ट्रेट ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने दो दिन में सत्यापन रिपोर्ट मंगाने को कहा है। इधर पंचायत चुनाव को देखते हुए पुलिस की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने अब तक 10 असलहों के लाइसेंस निरस्त किए हैं और 41 के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।


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