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विभिन्‍न संगठनों ने मनाया वल्लभ भाई पटेल की जयंती, वक्‍ताओं ने कहा देश को एकता के सूत्र में बांधा

सपा के तत्वावधान में भारत सरकार के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्‍टूबर को हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई। तारामंडल स्थित एक मैरिज हाल में आयोजित कार्यक्रम में नेताओं ने कहा कि वल्लभ भाई पटेल ने पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 03:58 PM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 03:58 PM (IST)
विभिन्‍न संगठनों ने मनाया वल्लभ भाई पटेल की जयंती, वक्‍ताओं ने कहा देश को एकता के सूत्र में बांधा
विभिन्‍न संगठनों ने मनाया वल्लभ भाई पटेल की जयंती। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सपा के तत्वावधान में भारत सरकार के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्‍टूबर को हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई। तारामंडल स्थित एक मैरिज हाल में आयोजित कार्यक्रम में नेताओं ने कहा कि वल्लभ भाई पटेल ने पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया।

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सरदार पटेल की सांगठिनक का सभी मानते थे लोहा

मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री शंखलाल मांझी ने कहा कि वल्लभ भाई पटेल ने किसान आंदोलन को लक्ष्य तक पहुंचाया। उनकी सांगठनिक क्षमता का लोहा सभी लोग निर्विवाद रूप से मानते हैं। सामाजिक सौहार्द की मजबूती के लिए उन्होंने कट्टरपंथी संगठनों पर प्रतिबंध लगाकर समूचे समाज में भरोसा पैदा किया। अध्यक्षता निवर्तमान जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कही। संचालन जिला महासचिव अखिलेश यादव व निवर्तमान महानगर महासचिव सिंहासन यादव ने किया। इस अवसर पर जियाउल इस्लाम, चंद्रबली यादव, डा. मोहसिन खान, अवधेश यादव, प्रहलाद यादव, विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत, राजमती निषाद, अमरेंद्र निषाद, मिर्जा कदीर बेग आदि उपस्थित थे।

राष्ट्रीय सेवा योजना ने मनाया राष्ट्रीय एकता दिवस

राष्ट्रीय सेवा योजना, दयानंद इकाई, डी.ए.वी. पी.जी. कालेज, गोरखपुर के तत्वावधान में आज राष्ट्रीय एकता दिवस और सरदार पटेल जयंती मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ० मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय एकता दिवस हर साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर मनाया जाता है। सरदार पटेल ही वह महान व्यक्ति है जिन्होंने अखंड भारत के निर्माण में सबसे बड़ा योगदान दिया है।

सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिराया

सरदार पटेल की ही देन है की आज भारत में अनेक भाषा, धर्म के लोग एक होकर रहते है। दुनिया में शायद ही कोई देश होगा जहाँ इतने ज्यादा धर्म, भाषा बोलने वाले लोग एक साथ एक देश में रहते होंगे। 500 से अधिक देसी रियासतों का भारत में विलय एक असंभव काम था जो सरदार पटेल ने अपने दम पर कर दिखाया था। इसलिए एक समृद्ध और मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए एकता की यह भावना होना बहुत महत्वपूर्ण है।

गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में भी आयोजित हुआ समारोह

इस अवसर पर स्वयं सेवकों ने दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर में आयोजित समारोह में प्रतिभाग किया। सभी स्वयं सेवकों को मतदान के लिए पंजीकरण कराने हेतु जागरूक भी किया गया। इसके बाद सभी स्वयं सेवकों को एकता शपथ और स्वच्छता शपथ दिलाई गई। इसी कड़ी में स्वयं सेवकों ने स्वच्छता रैली निकाल कर समाज को जागरूक किया। इस अवसर पर आदर्श, अर्पिता, आंचल, विनोद, संजीव, फरहान, सपना, जैसमिन, प्रिंस, शिवम, आनंद इत्यादि बड़ी संख्या में स्वयं सेवक सेविकाएं उपस्थित रहे।

लौह पुरुष की जयंती पर ली राष्ट्रीय एकता की शपथ

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई और अधिष्ठाता छात्र कल्याण के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को विश्वविद्यालय परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली। इस अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

एकीकृत भारत बनाने में सरदार पटेल का योगदान अहम

इस अवसर पर संबोधित करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्यााण प्रो. अजय सिंह ने कहा कि छोटी-छोटी रियासतों को मिलाकर एकीकृत भारत बनाने का जो कार्य सरदार पटेल ने किया, वह प्रेरणादायी है। इससे प्रेरणा लेकर सभी राष्ट्रीय एकता को कायम रखने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी होगी। कार्यक्रम समन्वयक डा. केशव सिंह ने कहा कि सरदार पटेल के जीवन और कार्यशैली से हमें सीख लेनी चाहिए। वह दृढ़निश्चयी व्यक्ति थे और अपने निश्चय पर अडिग रहते थे। इसीलिए उन्हें लौह पुरुष कहा गया। इस दौरान प्रो. अवधेश कुमार तिवारी, प्रो. शांतनु रस्तोगी, प्रो. विनय कुमार सिंह, प्रो. करुणाकर राम त्रिपाइी, डा. महेंद्र कुमार सिंह, डा. प्रवीन कुमार सिंह, डा. मीतू सिंह, डा. अमित उपाध्याय आदि मौजूद रहे।


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