गोरखपुर में बिजली चोरी की जांच वाराणसी के अफसर करेंगे Gorakhpur News
गोरखपुर में बड़ी बिजली चोरी की जानकारी मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अफसरों से पूरे प्रकरण की जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसकी जांच पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक की टीम करेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। सिकरीगंज के भेउसा उर्फ बनकटवा में 78 लाख रुपये की बिजली चोरी के मामले की जांच पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक की टीम करेगी। मुख्य अभियंता ने जांच के लिए कमेटी बनने का प्रबंध निदेशक से अनुरोध किया है।
भेउसा उर्फ बनकटवा में बिजली चोरी की जांच के लिए मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने अधीक्षण अभियंता ग्रामीण प्रथम राजीव चतुर्वेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी के सामने सिकरीगंज के अधिशासी अभियंता ने बताया कि उन्हें एसडीओ और जेई ने बिजली चोरी की कोई जानकारी नहीं दी थी। एसडीओ और जेई ने बताया कि बिजली चोरी की जैसे ही जानकारी हुई उन्होंने विजिलेंस को सूचना दी। संविदा लाइनमैन ने कमेटी को बताया कि अफसरों के निर्देश पर उसने शटडाउन लेकर 60 मीटर लंबी हाइटेंशन लाइन बनाई और ट्रांसफार्मर से जोड़ा।
ऊर्जा मंत्री ने जताई है नाराजगी
बड़ी बिजली चोरी की जानकारी मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अफसरों से पूरे प्रकरण की जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह था मामला
भेउसा उर्फ बनकटवा में पहले राइस मिल संचालित होती थी। इसके लिए बिजली की लाइन बनाई गई थी। बाद में संचालक ने राइस मिल बंद कर दी और कनेक्शन कटवा दिया। बिजली निगम के अफसरों ने न तो ट्रांसफार्मर हटवाया और न ही लाइन उतरवाई। इसका फायदा उठाते हुए डेढ़ साल पहले 60 मीटर लंबी हाइटेंशन लाइन बनाकर पहले से रखे ट्रांसफार्मर को थोड़ी दूर स्थापित करा दिया गया। वहां से सीमेंट की ईंट बनाने वाली फैक्ट्री और पोल्ट्री फार्म को लाइन दे दी गई। 16 मार्च को विजिलेंस प्रभारी ने छापा मारा तो बिजली चोरी का पर्दाफाश हुआ। मामले में भेउसा उर्फ बनकटवा के दुर्गविजय सिंह के खिलाफ बिजली चोरी की एफआइआर दर्ज कराई गई है।