गोरखपुर में कोरोना वैक्सीन कम होने से केवल 52 बूथों पर हुआ टीकाकरण
गोरखपुर में केवल 52 बूथों पर टीकाकरण किया गया। जबकि सप्ताह में सोमवार गुरुवार व शुक्रवार को 16-16 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके पहले हर गुरुवार को सौ से अधिक बूथों पर टीकाकरण आयोजित होता था।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में वैक्सीन कम पड़ गई है। स्वास्थ्य विभाग के स्टोर से खत्म हाे गई है। ग्रामीण क्षेत्र के बूथों पर बची हुई वैक्सीन मंगाकर शहर में केवल 52 बूथों पर टीकाकरण किया गया। जबकि सप्ताह में सोमवार, गुरुवार व शुक्रवार को 16-16 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके पहले हर गुरुवार को सौ से अधिक बूथों पर टीकाकरण आयोजित होता था। 5200 के लक्ष्य के सापेक्ष 4440 लोगों ने टीका लगवाया। इसमें 4160 को पहली व 280 को दूसरी डोज दी गई। 85.4 फीसद टीकाकरण हुआ।
कल संकट और बढ़ेगा
गुरुवार की शाम तक वैक्सीन नहीं आई थी। शुक्रवार को संकट और बढ़े गया। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्र के बूथों पर बची हुई वैक्सीन का हिसाब लगा रहा है। ताकि वहां से मंगाकर शहर के कुछ बूथों पर टीकाकरण किया जा सके। फिलहाल 16 हजार को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय का कहना है कि एडी हेल्थ व शासन से वैक्सीन की मांग की गई है लेकिन अभी तक आई नहीं है।
बूथों पर उत्साह का माहौल
सभी बूथों पर सुबह 10 बजे टीकाकरण शुरू हो गया था। हर बूथ पर भीड़ थी। लाइन में खड़े होकर लोग सत्यापन कराने के बाद टीका लगवा रहे थे। इसके बाद उन्हें 30 मिनट आब्जर्वेशन कक्ष में विशेषज्ञों की निगरानी में बैठाया गया। बूथों पर उत्साह का माहौल था।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
जिला अस्पताल के बूथ पर सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय तथा जिला महिला अस्पताल के बृूथ पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. माला कुमारी सिन्हा पहुंची। उन्होंने वैक्सीनेटर को मानक के अनुसार टीका लगाने का निर्देश दिया। कहा कि जिनका पंजीकरण नहीं है, मौके पर पंजीकरण कर उन्हें टीका लगाया जाए।
जिले में रोज करें कोरोना की आठ हजार जांच
मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने कहा कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए जांच की संख्या बढ़ायी जाए। उन्होंने कहा कि जिले में रोज करीब आठ हजार जांच की जाए। 15 से 20 लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग हाे। कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर बैठक करते हुए उन्होंने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के संक्रमितों की खून की जांच भी करायी जाए। ब्लाक स्तर पर मेडिकल टीम सदा सक्रिय रहे। संक्रमित होने पर 48 घंटे के भीतर होम आइसोलेशन का दौरा कर जरूरी दवाओं का परीक्षण किया जाए।
डीआइजी रेंज डा. प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि मास्क न पहनने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कहा कि प्रमुख स्थानों पर जांच की जाएगी। अधिकारियों ने जिले में सभी के प्रयास से मृत्यु दर को न्यूनतम रखने का संकल्प लिया। बैठक में रेलवे, एयरफोर्स, एम्स एवं आइएमए के पदाधिकारियों से भी सहयोग की अपील की गई।