यूपी चुनाव 2022 : धरातल पर उतरी युवा टीम को मिलेगा 'अनुभव' का साथ
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 पार्टी में लंबे समय तक कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण पदों पर काम करने वाले पुराने नेता इस समय मंचों पर कम ही नजर आते हैं। बसपा ने युवाओं को जोडऩे के लिए अधिक से अधिक युवाओं को मौका देने का निर्णय लिया।
गोरखपुर, उमेश पाठक। बहुजन समाज पार्टी धरातल पर अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति बनाने में जुटी है। वर्तमान में बूथ से लेकर जिला व मंडल स्तर तक कार्यकारिणी में 50 प्रतिशत से अधिक युवाओं को स्थान दिया गया है। पार्टी की उपलब्धियां बताकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के प्रयास में जुटी इस युवा टीम को अब पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों यानी 'अनुभवÓ का साथ भी मिलने वाला है। जल्द ही पूर्व जिलाध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी।
बसपा के पूर्व पदाधिकारियों को एकजुट कर उन्हें दी जा रहीं जिम्मेदारियां
लंबे समय तक जिला व मंडल की कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण पदों पर काम करने वाले कई पुराने नेता इस समय मंचों पर कम ही नजर आते हैं। पार्टी ने युवाओं को जोडऩे के लिए अधिक से अधिक युवाओं को मौका देने का निर्णय लिया। इसके बाद लगभग पूरी कार्यकारिणी ही युवा नजर आने लगी। कोई जिम्मेदारी न होने के कारण पुराने नेता पहले की तरह सक्रिय नहीं रह गए, लेकिन पार्टी की गतिविधियों पर उनकी नजर बनी रहती थी। इनमें से कई ऐसे नेता भी हैं, जिन्होंने काम किया है। जब पार्टी सत्ता में थी, उस समय भी संगठन का काम किया है। इस बार पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुटी पार्टी ने अपने इन अनुभवी लोगों को मार्गदर्शन देेने की जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया है।
विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी के रूप में दी जा सकती है जिम्मेदारी
इन पूर्व पदाधिकारियों को विधानसभावार जिम्मेदारी दी जाएगी। ये चुनाव के दौरान पूरे प्रचार अभियान पर नजर रखेंगे। मतदाताओं तक पार्टी प्रमुख व वरिष्ठ नेताओं की बात कितने प्रभावी ढंग से पहुंच पा रही है, इसकी समीक्षा भी करेंगे। नियमित रूप से ये पूर्व पदाधिकारी प्रचार अभियान की रिपोर्ट भी तैयार करेंगे। जल्द ही बसपा के कार्यालय पर इन पूर्व पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी। मुख्य सेक्टर प्रभारी हरि प्रकाश निषाद का कहना है कि पार्टी में हमेशा से पुराने नेताओं का मार्गदर्शन लिया जाता है। चुनाव के समय उनके अनुभवों का लाभ लिया जाएगा और उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी। वे हमेशा आगे बढ़कर पार्टी को मजबूत बनाने में जुटे रहते हैं। निश्चित ही चुनाव प्रचारों में इसका फायदा मिलेगा।