कांग्रेस ने महिलाओं पर लगाया दांव; बांसी से किरण, पथरदेवा से अंबर जहां को बनाया पार्टी का चेहरा
UP Vidhan Sabha Election 2022 विधान सभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गोरखपुर देवरिया व सिद्धार्थनगर के कुछ प्रत्याशियों की सूची जारी की है। सूची में महिलाओं को प्रमुखता दी गई है। गोरखपुर देेवरिया व सिद्धार्थनगर में एक-एक महिलाओं को टिकट दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। UP Vidhan Sabha Election 2022 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' नारे को चरितार्थ करते हुए कांग्रेस ने महिलाओं पर दांव लगाना शुरू कर दिया है। प्रत्याशियों की घोषित लिस्ट में पार्टी ने सिद्धार्थनगर की बांसी विधानसभा सीट से किरण शुक्ला, देवरिया की पथरदेवा सीट से अंबर जहां और गोरखपुर की पिपराइच विधानसभा सीट से मोनिका पांडेय को टिकट दिया है।
इटवा से अरशद खुर्शीद, शोहरतगढ़ से चौधरी रविंद्र प्रताप को मिला टिकट
कांग्रेस ने सिद्धार्थनगर की इटवा, बांसी और शोहरतगढ़ से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। पार्टी ने इटवा से बसपा से 2017 का चुनाव लड़े अरशद खुर्शीद के नाम का एलान किया है। बांसी से किरन शुक्ला को और शोहरतगढ़ से पूर्व विधायक चौधरी रविन्द्र प्रताप को प्रत्याशी बनाया है। तीनों लोगों ने लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। इटवा से पिछले चुनाव में अरशद खुर्शीद बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़े थे।
जहां उन्हें भाजपा के डा. सतीश द्विवेदी ने पराजित किया था। वह दूसरे नम्बर पर रहे थे, जबकि सपा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय तीसरे स्थान पर चले गए थे। चुनाव के बाद अरशद खुर्शीद बसपा से ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। परंतु अचानक भाजपा के पूर्व प्रत्याशी हरिशंकर सिंह ने पार्टी छोड़ बसपा की सदस्यता ग्रहण की और पार्टी ने उन्हें इटवा विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रभारी भी घोषित कर दिया। तभी से उम्मीद जताई जा रही थी कि अरशद कभी भी बसपा छोड़ सकते हैं। खबर इधर कुछ दिनों से वह सपा में जाने प्रयास में थे परंतु वहां दिग्गज माता प्रसाद पांडेय के कारण उन्हें टिकट मिलता मुश्किल लगा, जिसके बाद बुधवार को वे कांग्रेस में शामिल हुए और शाम को पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। बांसी से किरन शुक्ला काफी दिनों से कांग्रेस से जुड़ी थीं, और क्षेत्र में लगातार सम्पर्क बनाई थीं। यहां जय प्रताप सिंह विधायक और स्वास्थ्य मंत्री हैं। वहीं शोहरतगढ़ से चौधरी रविन्द्र प्रताप उर्फ पप्पू चौधरी विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में चौधरी अमर सिंह विधायक हैं, जो अपना दल एस छोड़कर सपा में जा चुके हैं।
गोरखपुर : कांग्रेसी पृष्ठभूमि से जुड़ी रही हैं मेनिका पांडेय
गोरखपुर की पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से टिकट पाने वाली मेनिका पांडेय की पृष्ठभूमि पुराने कांग्रेसी की है। बालापार निवासी पिता रघुनाथ सहाय पांडेय राजीव गांधी के जमाने में विधानसभा का टिकट प्राप्त कर चुके थे। किसी कारण से बाद में उनका टिकट कट गया था। उनके पिता मुख्यमंत्री बीर बहादुर सिंह के भी काफी करीबी रहे हैं। मेनिका पांडेय की शादी सहजनवा के भड़सार में विनोद उपाध्याय से हुई थी। 2007 में इनके पति की मार्ग दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद यह मायके चली आई और राजेंद्र नगर में एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगी। पिता के कांग्रेसी पृष्ठभूमि के कारण यह राजनीति में सक्रिय हो गई और 2017 से 2019 तक कांग्रेस के प्रदेश सचिव महिला विंग में कार्य करती रहीं। वर्तमान में यह कांग्रेस के जिला महासचिव के पद पर कार्यरत हैं। पिपराइच विधानसभा के चरगावां, भटहट एवं पिपराइच ब्लॉक की प्रभारी के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं। इनकी एक बेटी बीएससी प्रथम वर्ष में पढ़ाई कर रही है। विधानसभा का टिकट मिलते ही परिवार में काफी हर्ष का माहौल है। पिपराइच विधानसभा से चुनाव लड़ने के पिता के अधूरे सपने को पूरा होने पर काफी खुशी है।
देवरिया: अंबर जहां पर लगाया दांव
विधानसभा चुनाव के लिए पथरदेवा सीट से कांग्रेस ने जिला पंचायत सदस्य अंबर जहां को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस प्रत्याशी अंबर जहां के पति नौशाद रजा वर्ष 2010 में देसही देवरिया क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य थे। दूसरी बार अपनी पत्नी अंबर जहां को चुनावी मैदान में उतारा था। जिसमे सफलता मिली। अंबर जहां एवं उनके पति 6 माह पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। उससे पहले किसी दल में अधिकृत तौर पर नहीं थे। उधर बहुजन समाज पार्टी ने सुनील राव , तथा आम आदमी पार्टी ने जमशेद आलम उर्फ जिया उल हक को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। लेकिन भाजपा एवं समाजवादी पार्टी का अभी कोई अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है।
अम्बर जहां
प्रत्याशी कांग्रेस
(जिला पंचायत सदस्य वार्ड नम्बर 8 देसही देवरिया)
पत्नी: नौशाद रजा
उम्र: 32 वर्ष
शिक्षा: एमए
निवासी: ग्राम पिपरा मदन गोपाल
जनपद; देवरिया
पथरदेवा सीट पर अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक
पथरदेवा विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। इस वजह से इस सीट पर कांग्रेस ने अल्पसंख्यक को टिकट देकर सियासी संदेश देने की कोशिश की है।
पथरदेवा वीआईपी सीट
पथरदेवा सीट वीआईपी सीट मानी जाती है। यहां से भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही विधायक हैं।