UP Election 2022: मतदान के समय इलाज का भी इंतजाम, पीठासीन अधिकारियों के झोले में होंगी 99 तरह की सामग्रियां
UP Vidhan Sabha Election 2022 चुनाव कराने जाने वाले पीठासीन अधिकारियों के झोले में सर्दी जुकाम बुखार दस्त व कुछ अन्य दवाएं भी होंगी। बीमार पड़ने की दशा में कोई भी मतदान कर्मी या मतदाता पीठासीन अधिकारी से यह दवाएं ले सकता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। पालिंग पार्टियों की रवानगी के दौरान पीठासीन अधिकारियों को दिया जाने वाला झोला तैयार किया जा रहा है। झोले में ईवीएम, वीवीपैट के साथ ही चुनाव से जुड़ी अन्य सामग्रियां तो होंगी ही, सर्दी, जुकाम, बुखार, दस्त से निपटने की दवाएं भी होंगी। आकस्मिक स्थिति में मरहम पट्टी की भी व्यवस्था होगी। कुल 10 झोले में 99 तरह की सामग्रियां रखी जाएंगी। जिले में 4126 बूथ हैं, लेकिन 10 प्रतिशत अतिरिक्त झोले तैयार किए जा रहे हैं।
जिले में चार फरवरी से नामांकन है और तीन मार्च को मतदान होना है। इसके लिए दो मार्च को पोलिंंग पार्टियां दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर से रवाना होंगी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए कोविड प्रोटोकाल का पालन कराते हुए मतदान कराया जाएगा। कोरोना के लक्षण वाले मतदाताओं को आखिरी घंटे में मतदान का मौका दिया जाएगा। इसके लिए पोङ्क्षलग पार्टियों का नेतृत्व करने वाले पीठासीन अधिकारी को पीपीई किट उपलब्ध कराया जाएगा। सभी बूथों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी रहेगी।
झोले में शामिल होंगी यह प्रमुख सामग्रियां
नियंत्रण यूनिट, मतदान यूनिट, वीवीपैट, मतदाताओं के लिए रजिस्टर, मतदाताओं की पर्चियां, वैकल्पिक दस्तावेज, निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थियों की सूची, पीठासीन की डायरी रिपोर्ट लिफाफा, ड्यूटी प्रमाण पत्र, रसीद पुस्तक, पीठासीन के रिकार्ड के लिए लिफाफा, निर्वाचक नामावली का चिह्नित व वर्किंग प्रति, अभिकर्ताओं के हस्ताक्षर की कापी, ईवीएम के लिए ग्रीन पेपर सील, पीठासीन के लिए धातु के मुहर, पीठासीन की डायरी, रबर स्टैंप, सामान्य पेंसिल, बाल पेन, कोरा कागज, मुहरबंद के लिए कपड़ा, मतदान सामग्री, ब्लेड, मोमबत्ती, अमिट स्याही, ड्राइंग पिन, चेक लिस्ट, रबर बैंड आदि।
बूथों पर आधारभूत सुविधाओं के लिए निरीक्षण कर रहे अधिकारी
गोरखपुर : मतदान से पहले बूथों पर सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिकारियों की ओर से निरीक्षण शुरू कर दिया गया है। अभी भी कुछ बूथों पर शौचालय तो कुछ की छत या फाटक खराब है। कहीं परिसर में घास उगी है तो कहीं पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। जिला निर्वाचन अधिकारी विजय किरन आनंद ने आरओ-एआरओ और जिला स्तरीय अधिकारियों को जिले के सभी बूथों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कहीं कोई कमी न रह जाए।