सीएम योगी ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज का किया दौरा, कहा- बाल सेवा संस्थान में शुरू करें कोविड अस्पताल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज स्थित 500 बेड बाल सेवा संस्थान में 300 बेड का लेवल टू व थ्री अस्पताल 30 अगस्त तक शुरू करने का निर्देश दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज स्थित 500 बेड बाल सेवा संस्थान में 300 बेड का लेवल टू व थ्री अस्पताल 30 अगस्त तक शुरू करने का निर्देश दिया है। बुधवार को निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां की सारी सुविधाएं देखी और कहा कि वेंटीलेटर सहित अन्य चिकित्सकीय उपकरणों व दवा की कमी नहीं है। साथ ही जिला प्रशासन को निर्देशित किए कि टीबी अस्पताल में भी 100 वेड का लेवल टू व थ्री अस्पताल 30 अगस्त तक हर हाल में शुरू कर दिया जाए, ताकि यहां के लोगों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में 500 से अधिक लेवल वन, 77 लेवल टू व 26 लेवल थ्री के कोविड अस्पताल हैं। गंभीर मरीजों के लिए हर जगह रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। कोविड 19 के नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में जो भी कार्ययोजना बनाई गई, प्रदेश में उसका पूरा पालन किया गया। उत्तर प्रदेश में देश की सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद हम संक्रमण रोकने में सफल हुए हैं। फिर भी सतर्कता व बचाव की अत्यंत आवश्यकता है। 70 हजार टीमें तैनात की गई हैं जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और संदिग्ध मरीजों की जांच करा रही हैं। रोज लगभग एक लाख लोगों की जांच हो रही है। इससे संक्रमण के मामले बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश 1.51 लाख से अधिक बेड मौजूद हैं। होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की गई, यदि मरीज के पास पल्स आक्सीमीटर व थर्मामीटर नहीं है तो उन्हें कोविड अस्पताल में आना पड़ेगा। इसके लिए बेड बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल काॅलेज में 200 बेड की पहले से सुविधा है। इसके अलावा बाल सेवा संस्थान में 300 बेड का लेवल टू व थ्री अस्पताल बनाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही हर जिले को लेवल टू या लेवल थ्री के कोविड अस्पताल अलग से बनाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें वेंटीलेटर, हाईफ्लो नजल कैनुला आदि हो। हमारे पास भवन, चिकित्सकीय उपकरण, मैन पावर व दवाओं की कमी नहीं है। कोविड 19 को लेकर बचाव व उपचार की व्यापक कार्ययोजना बनाई है। युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है।