यूपी चुनाव 2022: घर बैठे जान सकेंगे अपने प्रत्याशी की कुंडली, इस एप पर मिलेगी पूरी जानकारी
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तैयार मोबाइल एप नो योर कंडिडेट पर नामांकन के साथ ही प्रत्याशी की आर्थिक स्थिति से लेकर पूरी जानकारी मिल जाएगी। वोटर हेल्पलाइन एप पर भी किसी भी विधानसभा में नामांकन करने वाले प्रत्याशियों की संख्या व उनके बारे में प्राथमिक जानकारी ले सकेंगे।
गोरखपुर, उमेश पाठक। आपके विधानसभा क्षेत्र में दावा ठोक रहे प्रत्याशी प्रतिनिधि चुने जाने लायक हैं या नहीं, इसका फैसला करने के लिए आपको किसी से सलाह लेने की जरूरत नहीं होगी। घर बैठे ही आप चुनाव वाले प्रदेशों के किसी भी विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी की कुंडली जान सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तैयार मोबाइल एप नो योर कंडिडेट (केवाइसी) पर नामांकन के साथ ही प्रत्याशी की आर्थिक स्थिति से लेकर आपराधिक इतिहास की जानकारी मिल जाएगी। वोटर हेल्पलाइन एप पर भी किसी भी विधानसभा में नामांकन करने वाले प्रत्याशियों की संख्या व उनके बारे में प्राथमिक जानकारी ले सकेंगे।
एप से किसी भी विधानसभा में नामांकन करने वाले प्रत्याशी के बारे में ले सकेंगे जानकारी
कोरोना संक्रमण काल में विधानसभा चुनाव में आनलाइन प्रणालियों को खूब पसंद किया जा रहा है। चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी हो सके और मतदाता प्रत्याशियों के बारे में आसानी से जान सके, इसके लिए चुनाव आयोग ने व्यवस्था की है। प्ले स्टोर से केवाइसी एप डाउनलोड कर आप विश्वसनीय जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। एप खोलते ही अब तक नामांकन कर चुके सभी प्रत्याशियों का विवरण आपके सामने होगा। आपराधिक इतिहास है या नहीं, यह बात मुख्य पेज पर ही नजर आएगी।
जानकारी लेने के लिए अपनाएं यह तरीका
प्रत्याशी के नाम पर क्लिक करते ही उसके बारे में जानकारी सामने आ जाएगी। वहां एफिडेविट का लिंक मिलेगा, जिसपर क्लिक करते ही प्रत्याशी के बारे में सबकुछ जानने को मिल जाएगा। उनके परिवार की स्थिति, आर्थिक स्थिति, प्रत्याशी के नाम पर चल, अचल संपत्ति का विवरण, पेशा, आपराधिक इतिहास सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां आपको प्राप्त हो सकेंगी। चुनाव आयोग ने आपराधिक इतिहास को तीन बार प्रकाशित कराने को भी कहा है लेकिन एप पर इसे सार्वजनिक करने से लोग आसानी से प्रत्याशी के बारे में जान सकेंगे।
आचार संहित उल्लंघन की शिकायत करते ही कंट्रोल रूम में बजेगी घंटी
निर्वाचन आयोग ने सीविजिल एप में आनलाइन शिकायत की व्यवस्था की है। शिकायतकर्ता आचार संहिता का उल्लंघन होते या अत्यधिक खर्च होता देख इसकी शिकायत कर सकते हैं। पहले शिकायत करने पर जांच करने वाली टीम को सबूत नहीं मिल पाता था लेकिन एप में इस तरह की व्यवस्था की गई है, जिससे आप एप के सहारे ही फोटो ले सकते हैं या दो मिनट की वीडियो बना सकते हैं। उसके बाद घटना के बारे में थोड़ी जानकारी देकर एप के जरिए ही शिकायत सबमिट कर देनी होगी। एप स्वत: ही लोकेशन दर्ज कर लेगा, इस तरह से फोटो या वीडियो सबूत के रूप में भी उपयोग किया जा सकेगा। जैसे ही शिकायत दर्ज होगी, चुनाव नियंत्रण कक्ष में बीप की आवाज होगी। आवाज होते ही संबंधित क्षेत्र की टीम को जांच के लिए मौके पर भेज दिया जाएगा। यह टीम भी एप के जरिए आसानी से बिना किसी से पूछे लोकेशन तक पहुंच जाएगी।