इतिहास के झरोखे से : बैलगाड़ी से होता था प्रचार, जहां हुई रात उसी गांव में रुकते थे प्रत्याशी
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 यूपी में तीसरा विधानसभा चुनाव वर्ष 1962 में हुआ था। नौगढ़ ब्लाक के टेढिय़ा बाजार निवासी 86 वर्षीय चिकित्सक डा. सच्चिदानंद मिश्रा बताते हैं कि चुनाव में मतदान करने साइकिल से गया था।
सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश में तीसरा विधानसभा चुनाव वर्ष 1962 में हुआ था। जगदीश पांडेय विधायक बने थे। नौगढ़ ब्लाक के टेढिय़ा बाजार निवासी 86 वर्षीय चिकित्सक डा. सच्चिदानंद मिश्रा बताते हैं कि मिडिल से लेकर इंटर तक वह मेरे सहपाठी रहे। वर्ष 1952 में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए मैं आइएमएस बीएचयू चला गया। चुनाव में मतदान करने साइकिल से गया था। बीच में पडऩे वाली बूढ़ी राप्ती को नाव से पार किया था। करीब 12 किमी दूर बने उसका बाजार कस्बे में बूथ पर मतदान करने गया था। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं नए कपड़े पहनकर बैलगाड़ी से मतदान करने के लिए पहुंचीं थीं। उन्होंने भोर में ही भोजन तैयार कर लिया था। उस समय प्रत्याशी चुनाव प्रचार करने के लिए गांवों में जाते थे। रात होने पर वहीं पर रुक जाते थे। चुनाव की प्रक्रिया करीब पांच माह तक चली थी।
बानगंगा पश्चिमी से माधव प्रसाद त्रिपाठी के हाथों पराजित हुए थे प्रभु दयाल विद्यार्थी
वर्ष 1962 में आठ सीट पर चुनाव हुआ था। चार सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कब्जा किया। तीन पर जनसंघ ने जीत दर्ज की। स्वतंत्र पार्टी के खाते में एक सीट गई। वर्ष 1965 में बांसी नार्थ सीट पर मध्यावधि चुनाव हुआ। इस चुनाव में जनसंघ ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। सबसे रोचक मुकाबला बानगंगा पश्चिमी सीट पर रहा। जनसंघ ने यहां से माधव प्रसाद त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया वहीं कांग्रेस ने तत्कालीन विधायक प्रभु दयाल विद्यार्थी को। जीत माधव प्रसाद त्रिपाठी को मिली। इस चुनाव में भी कई बदलाव हुए। अनुसूचित वर्ग के लिए एक सीट आरक्षित की गई। कुल आठ राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।
1962 में हुए चुनाव का विधानसभावार विवरण
विधानसभा क्षेत्र- विजेता- उपविजेता
डुमरियागंज दक्षिणी- काजी जलील अब्बासी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)- जयदत्त सिंह (स्वतंत्र)
डुमरियागंज उत्तरी- भानु प्रताप सिंह (स्वतंत्र)- महादेव सिंह (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
बांसी पश्चिमी- रामकुमार (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)- शिव नारायण (जनसंघ)
बानगंगा पश्चिमी- माधव प्रसाद त्रिपाठी (जनसंघ)- प्रभु दयाल (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
बानगंगा पूर्वी चंद्रपाल (जनसंघ) मोहम्मद सुलेमान (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
नौगढ़- जगदीश (जनसंघ) मथुरा प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
बांसी उत्तरी तामेश्वर प्रसाद (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) रमाकांत (जनसंघ)
बांसी दक्षिणी (अनुसूचित वर्ग) सोहन लाल धुसिया (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) शंकर दास (स्वतंत्र)
मध्यावधि चुनाव- 1965
बांसी उत्तरी- केकेके नायर (जनसंघ)- डी शंकर (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)