हौसलों को लगेंगे स्वर्ण पदकों के पंख, इस बार भी बेटियों का जलवा
दीनदयाल उपाध्ययाय गोरखपुर विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह है। इसमें इसरो के अध्यक्ष उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करेंगे।
By Edited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 09:42 AM (IST)
गोरखपुर (जेएनएन)। अपने होनहार और मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर सज-धज कर तैयार है। शुक्रवार को आयोजित 37वें दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान संस्थान (इसरो) के अध्यक्ष के.सिवन उपाधि प्राप्त कर रहे युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे तो दीक्षांत के अवसर पर छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति राम नाईक से दीक्षा उपदेश प्राप्त होगा।
मेधा सूची में बेटियों का ही जलवा इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्नातक, स्नातकोत्तर की वार्षिक परीक्षा 2018 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी स्वर्ण पदकों से नवाजे जाएंगे। मेधा सूची में एक बार फिर बेटियों का ही जलवा है। जिन 47 होनहारों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक एवं स्मृति पदक से नवाजा जाना है, उनमें 36 केवल बालिकाएं हैं। विश्वविद्यालय परिसर में एमएससी गणित की छात्रा रहीं मान्या मणि त्रिपाठी और शालू मद्धेशिया ने सबसे अधिक 88.92 फीसद अंक प्राप्त वर्ष 2018 में स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर संयुक्त रूप शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा 120 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि से विभूषित किया जाएगा।
वर्ष 2017 के एलएलबी और बीजे की उपाधि भी इसी समारोह में प्रदान की जा रही है। सुरक्षा के हैं कड़े इंतजाम, प्रवेश पत्र लेकर ही आएं परिसर दीक्षा समारोह में इसरो चेयरमैन की मौजूदगी के चलते सुरक्षा को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है। पूरा समारोह ढ़ाई से तीन घंटे के भीतर संपन्न हो जाएगा। मुख्य अतिथि के.सिवन गुरुवार को ही शहर आ चुके हैं, जबकि राज्यपाल राम नाईक शुक्रवार को आएंगे। समारोह में भाग लेने आ रहे छात्र-छात्राओं,अभिभावकों व अन्य अतिथियों को असुविधा न हो, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश पास और अपना परिचय पत्र लेकर ही आने का अनुरोध किया है। शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक प्राचीन इतिहास विभाग से सटे द्वार से भीतर प्रवेश करेंगे, जबकि मुख्य द्वार वीवीआइपी अतिथियों के लिए आरक्षित है।
37वां दीक्षा समारोह
पदक विवरण कुल विवि स्वर्ण पदक
50 कुल स्मृति पदक
80 पदक प्राप्तकर्ता छात्र
14 पदक प्राप्तकर्ता छात्राएं
39 पीएचडी उपाधि कुल प्राप्तकर्ता
120 छात्राएं
56 छात्र
64 स्नातक-स्नातकोत्तर उपाधि
कुल उपाधि
75908 विवि परिसर
6076 महाविद्यालय
69832 छात्र
27212 छात्राएं
48696 परीक्षा
मेधा सूची में बेटियों का ही जलवा इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्नातक, स्नातकोत्तर की वार्षिक परीक्षा 2018 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी स्वर्ण पदकों से नवाजे जाएंगे। मेधा सूची में एक बार फिर बेटियों का ही जलवा है। जिन 47 होनहारों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक एवं स्मृति पदक से नवाजा जाना है, उनमें 36 केवल बालिकाएं हैं। विश्वविद्यालय परिसर में एमएससी गणित की छात्रा रहीं मान्या मणि त्रिपाठी और शालू मद्धेशिया ने सबसे अधिक 88.92 फीसद अंक प्राप्त वर्ष 2018 में स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर संयुक्त रूप शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा 120 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि से विभूषित किया जाएगा।
वर्ष 2017 के एलएलबी और बीजे की उपाधि भी इसी समारोह में प्रदान की जा रही है। सुरक्षा के हैं कड़े इंतजाम, प्रवेश पत्र लेकर ही आएं परिसर दीक्षा समारोह में इसरो चेयरमैन की मौजूदगी के चलते सुरक्षा को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है। पूरा समारोह ढ़ाई से तीन घंटे के भीतर संपन्न हो जाएगा। मुख्य अतिथि के.सिवन गुरुवार को ही शहर आ चुके हैं, जबकि राज्यपाल राम नाईक शुक्रवार को आएंगे। समारोह में भाग लेने आ रहे छात्र-छात्राओं,अभिभावकों व अन्य अतिथियों को असुविधा न हो, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश पास और अपना परिचय पत्र लेकर ही आने का अनुरोध किया है। शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक प्राचीन इतिहास विभाग से सटे द्वार से भीतर प्रवेश करेंगे, जबकि मुख्य द्वार वीवीआइपी अतिथियों के लिए आरक्षित है।
37वां दीक्षा समारोह
पदक विवरण कुल विवि स्वर्ण पदक
50 कुल स्मृति पदक
80 पदक प्राप्तकर्ता छात्र
14 पदक प्राप्तकर्ता छात्राएं
39 पीएचडी उपाधि कुल प्राप्तकर्ता
120 छात्राएं
56 छात्र
64 स्नातक-स्नातकोत्तर उपाधि
कुल उपाधि
75908 विवि परिसर
6076 महाविद्यालय
69832 छात्र
27212 छात्राएं
48696 परीक्षा
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