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गोरखपुर वर्दी वाले लुटेरे तीन साल से बने हैं चुनौती, क्राइम ब्रांच फेल Gorakhpur News

फुटेज की मदद से पुलिस ने आसपास के जिलों में छानबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एक सप्ताह पहले धर्मशाला के पास महिला से लूट होने के बाद एसएसपी ने पर्दाफाश करने का निर्देश एसपी सिटी व सीओ गोरखनाथ को दिया है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 04:35 PM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 05:49 PM (IST)
गोरखपुर वर्दी वाले लुटेरे तीन साल से बने हैं चुनौती, क्राइम ब्रांच फेल Gorakhpur News
गोरखपुर के वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार की फाइल फोटो।

सतीश कुमार पांडेय, गोरखपुर। वर्दी पहनकर लूट करने वाले बदमाश पुलिस के लिए तीन साल से चुनौती बने हुए हैं। क्राइम ब्रांच के साथ ही कैंट, कोतवाली, राजघाट, शाहपुर पुलिस इनको ढूंढ रही है। लेकिन शहर में वारदात करने के बाद बदमाश आसानी से गुम हो जाते हैं। कई जगह घटनास्थल के पास लगे सीसी कैमरे में बदमाशों की करतूत कैद भी हुई। फुटेज की मदद से पुलिस ने आसपास के जिलों में छानबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एक सप्ताह पहले धर्मशाला के पास महिला से लूट होने के बाद एसएसपी ने पर्दाफाश करने का निर्देश एसपी सिटी व सीओ गोरखनाथ को दिया है। 

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हर बार लूट का तरीका एक ही जैसा

खुद को पुलिसकर्मी बताकर लूट करने का तरीका हर बार एक जैसा ही होता है। लूट करने से पहले बदमाश रोकते हैं। खुद को पुलिसकर्मी बताकर सामान की तलाशी लेते हैं और नकदी मिलने पर उसका हिसाब-किताब पूछने के बहाने रुपये लेकर फरार हो जाते हैं। इसी तरह किसी महिला को शिकार बनाते समय नकली पुलिस वाले लूट की घटनाओं को रोकने के लिए गहने पहनकर निकलने पर रोक लगी होने का झांसा देते हैं। गहने उतरवाते हैं। कागज में लपेट कर उसे लौटाने के बहाने लेकर फरार हो जाते है।

तीन साल में हुई प्रमुख घटनाएं

24 अक्टूबर 2017 : एसओजी का सिपाही बताकर कोतवाली क्षेत्र में कोलकाता के व्यापारी से 7.50 लाख रुपये लूटे।

27 अक्टूबर, 2017 : असुरन के पास खुद को चौकी प्रभारी बताकर एक स्कूल के प्रबंधक की पत्नी के गहने उतरवा लिए।

08 नवंबर 2017 : रेती रोड पर कानपुर के ट्रांसपोर्टर से तेजनारायण के बैग में रखे 1.56 लाख रुपये की लूट।

06 अक्टूबर 2018 : अलहदादपुर की रहने वाली महिला को बेतियाहाता में रोक कर खुद को पुलिसकर्मी बता गहने उतरवा लिए।

06 जनवरी 2019 : साहबगंज में खुद को एसटीएफ का सिपाही बता बदमाशों ने किराना व्यापारी के मुनीम से 92 हजार रुपये उड़ा दिए।

13 जनवरी 2019 : सिवान के चश्मा व्यापारी के कर्मचारी मुन्ना से 25 हजार रुपये और आठ चश्मे लूट लिए।

02 मार्च 2019 : माया काम्पलेक्स के पास व्यापारी की पत्नी से गहने लूट लिए।

18 मार्च 2019 : कुशीनगर के व्यापारी से नखास रोड पर लूट का प्रयास।

04 अप्रैल 2019 : गोलघर में महराजगंज के सर्राफ से पांच हजार रुपये और कपड़े लूटे।

14 जून 2019 : खुद को पुलिसकर्मी बताकर बैंक रोड पर महिला से गहने लूटे।

20 जुलाई 2019 : गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक लालमणि तिवारी की पत्नी से गहने लूटे।

22 अगस्त 2019 : आंबेडकर चौराहे के पास कांग्रेस नेता की की से तीन लाख के गहने लूटे।

05 दिसंबर 2020 : धर्मशाला बाजार में महिला को झांसा देकर गहने लूटा।

गिरोह को जल्‍द पकड़ लेने की उम्‍मीद

एसएसपी जोगेंद्र कुमार का कहना है कि खुद को पुलिसकर्मी बताकर लूट करने वालों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। धर्मशाला के पास हुई घटना का अनावरण करने के लिए एसपी सिटी को लगाया गया है। बदमाशों की खोजबीन चल रही है। उम्मीद है कि इस गिरोह को बहुत जल्द पकड़ लिया जाएगा। 


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